कोरोना को मात देने के बाद भी छोटी बहन को अस्पताल में छोड़कर घर नहीं जाना चाहती 91 साल की बड़ी बहन
91 वर्षीया वृद्धा की इस हठ के सामने अस्पताल प्रबंधन को झुकने के लिए मजबूर होना पड़ा। दोनों बहनें 13 नवंबर को कोरोना संक्रमित होने के बाद श्रीरामपुर श्रमजीवी कोविड अस्पताल में भर्ती हुई थीं। 91 वर्षीया बड़ी बहन बीते दिनों कोरोना को मात देकर बिल्कुल ठीक हो चुकी हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दो बुजुर्ग बहनों में इतना प्रेम है कि कोरोना जैसी बीमारी को मात देने के बाद भी बड़ी बहन छोटी बहन को अस्पताल में छोड़कर घर नहीं जाना चाहती। 91 वर्षीया बड़ी बहन बीते दिनों कोरोना को मात देकर बिल्कुल ठीक हो चुकी हैं। अस्पताल से उन्हें छुट्टी भी मिल चुकी है। इसके बावजूद वह छोटी बहन को अस्पताल में छोड़कर घर नही लौटना चाहती।
दोनों एक साथ घर जाएंगे
उन्होंने कहा-' वर्षों से हम दोनों बहन एक साथ हैं। बहन के ठीक होने के बाद ही दोनों एक साथ घर जाएंगे। 91 वर्षीया वृद्धा की इस हठ के सामने अस्पताल प्रबंधन को झुकने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
दो बहनों का अनोखा प्रेम
बंगाल के हुगली जिले के श्रीरामपुर स्थित श्रमजीवी कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित होकर भर्ती हुईं इन दो बहनों का अनोखा प्रेम देखकर अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी भी दंग हैं।
घर लौटने को राजी नहीं
हुगली जिले के उत्तरपाड़ा के भद्रकाली इलाके की रहने वाली ये दो बहनें 13 नवंबर को कोरोना संक्रमित होने के बाद श्रीरामपुर श्रमजीवी कोविड अस्पताल में भर्ती हुई थीं। दो दिन पहले ही बड़ी बहन कोरोना से ठीक हुई हैं लेकिन छोटी बहन को अस्पताल में छोड़कर घर लौटने को राजी नहीं है।
प्यार के चर्चे शुरू हो गए
वह अपनी छोटी बहन के पैर पकड़कर बैठ गई थी। जब यह खबर अस्पताल के चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा अन्य मरीजों के बीच पहुंची तो बहनों के प्यार के चर्चे शुरू हो गए।
हठ के आगे हमलोग बेबस
अस्पताल के अधिकारी गौतम सरकार ने बताया कि वृद्धा के हठ के आगे हमलोग बेबस हो गए हैं। इस उम्र में उनके साथ जबरदस्ती करना उचित नही था इसलिए उन्हें भी अस्पताल में ही रखा गया है।