तृणमूल कांग्रेस एक प्राइवेट कंपनी : मुकुल
जागरण संवाददाता, हावड़ा : काफी उम्मीदों के साथ जनता ने बंगाल में सत्ता परिवर्तन किया था, लेि
जागरण संवाददाता, हावड़ा : काफी उम्मीदों के साथ जनता ने बंगाल में सत्ता परिवर्तन किया था, लेकिन सब कुछ उल्टा हो गया। जनता के सपने साकार नहीं हुए। आज राज्य में लूट मची हुई है। चारों तरफ अराजकता है। लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। भाजपा नेता मुकुल राय ने यह प्रतिक्रिया जताई। वे शनिवार को उलबेड़िया के कुलगछिया में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उलबेड़िया संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा ने इस दिन सभा का आयोजन किया था। इस मौके पर मुकुल राय ने सत्तारूढ़ दल पर जमकर व्यंग्य किया। उन्होंने फिर कहा कि राज्य में जिस दल की सरकार है, वह एक प्राइवेट कंपनी है। कभी वे भी उस कंपनी के श्रमिक थे। उस दल के नेताओं की हैसियत गुलामों जैसी है। जिला पुलिस अधीक्षक तृणमूल के जिला अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं। मुकुल ने पुलिस की भूमिका पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कोई भी दल सत्ता में हो या विपक्ष में, लेकिन पुलिस को हमेशा निष्पक्ष रहना चाहिए। जनता ने जिस उम्मीद से तृणमूल कांग्रेस को सत्ता की बागडोर सौंपी थी, वह पूरी नहीं हो सकी। मुकुल ने कहा कि सत्तारूढ़ दल की नीतियों से तंग आकर वे भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने मंच से यह भी खुलासा किया कि वे वर्ष 2015 में ही भाजपा में शामिल होने वाले थे, लेकिन विलंब हो गया। मौके पर राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने कहा कि बंगाल में अगली सरकार भाजपा की बनेगी। तब यहां रोजगार की अपार संभावनाएं होंगी। भाजपा के महासचिव एवं प्रदेश के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मुकुल ने तृणमूल की स्थापना से लेकर उसके विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई लेकिन ममता जब ऐसे व्यक्ति की नहीं हुईं तो जनता की क्या होंगी। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी तृणमूल पर शब्द वाण चलाए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का अंतिम समय चल रहा है। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया। प्रदेश भाजयुमो उपाध्यक्ष उमेश राय ने ममता सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। इस मौके पर प्रदेश भाजपा के महासचिव सायंतन बसु, देवश्री चौधरी, संजय सिंह, हावड़ा ग्रामीण जिला भाजपा अध्यक्ष अनूपम मल्लिक सहित अन्य नेता उपस्थित थे। मल्लिक ने बताया कि सभा के दौरान तृणमूल व माकपा से तीन हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाजपा का झंडा थामा। पार्टी में शामिल होने वालों में तृणमूल कांग्रेस के ज्यादा लोग थे।