बंगाल में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही होगी शुरू, कोरोना का संक्रमण और बढ़ने का खतरा
Cyclonic storm effect एम्फन चक्रवात से हुई भारी तबाही को देखते हुए बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार से 26 मई तक राज्य में श्रमिक स्पेशल ट्रेन नहीं भेजने की अपील की थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : चक्रवाती तूफान एम्फन से हुई तबाही के बीच बंगाल में बुधवार से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। लॉकडाउन के चलते करीब 2 महीने से ज्यादा समय से देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की इसके जरिए वापसी होगी। दरअसल, एम्फन चक्रवात से हुई भारी तबाही को देखते हुए बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार से 26 मई तक राज्य में श्रमिक स्पेशल ट्रेन नहीं भेजने की अपील की थी। वहीं, 27 मई, बुधवार से हावड़ा, कोलकाता सहित राज्य के अन्य हिस्सों में दूसरे राज्यों से स्पेशल ट्रेनें आनी शुरू हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही कहा था कि दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों की वापसी के लिए चरणबद्ध तरीके से राज्य सरकार ने 225 स्पेशल ट्रेनें चलाने की अनुमति दी है।
इन ट्रेनों से आने वाले लोगों का पूरा किराया व अन्य खर्च भी राज्य सरकार ही वहन करेंगी। साथ ही ट्रेन के यहां पहुंचने पर स्क्रीनिंग के बाद यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी राज्य सरकार ही करेगी। इधर, राज्य के गृह सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने मंगलवार को कहा कि 225 में से 19 स्पेशल ट्रेनें पहले ही आ चुकी हैं। बाकी 206 ट्रेनें बुधवार से आनी शुरू होगी। उन्होंने कहा कि एम्फन चक्रवात से हुई तबाही के बीच स्पेशल ट्रेनों से दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को संभालना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को बहुत सावधानी बरतनी होगी। उन्हें होम क्वॉरेंटाइन व इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में 14 दिनों तक रहना होगा और सख्ती से नियमों का पालन करना होगा। इधर, खबर है कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र से 41 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें बंगाल आएंगी, ऐसे में वहां से आने वाले हजारों श्रमिकों को लेकर राज्य सरकार के लिए सबसे बड़ी चिंता का सबब है। इधर, दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय घोष ने मंगलवार को बताया कि फिलहाल मुंबई से बंगाल आने वाली 20 ट्रेनों की सूची उन्हें मिली है। आज से ही ये ट्रेनें वहां से खुलेंगी। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे स्पेशल ट्रेन वहां से रवाना होंगी हमलोगों को सूचित कर दिया जाएगा। इसके बाद हमलोग संबंधित ट्रेन को यहां रिसीव करेंगे।
बता दें कि राज्य सरकार पहले ही कह चुकी है कि एक ही बार में यह सभी ट्रेनें नहीं आएंगी। चरणबद्ध तरीके से स्पेशल ट्रेन यहां विभिन्न राज्यों से पहुंचेंगी। वहीं, स्पेशल ट्रेनों की यहां आवाजाही शुरू होने के बाद राज्य में कोरोना का संक्रमण और बढ़ने का अंदेशा है। बिहार, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में देखा जा रहा है कि प्रवासी श्रमिकों के बाहर से लौटने के बाद अचानक कोरोना के पॉजिटिव मामलों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। खासकर कोरोना से सबसे प्रभावित महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु व केरल जैसे राज्यों से जो लोग पहुंच रहे हैं उनमें से ज्यादातर लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। बंगाल के भी कुछ जिलों में हाल में देखा गया है कि दूसरे राज्यों से जो प्रवासी श्रमिक लौटे हैं उनमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद संक्रमण को बढ़ने से रोकना राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती है।
गौरतलब है कि बंगाल में अब तक कोरोना के 4009 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं एवं 211 लोगों की मौत हो चुकी है। हर दिन बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को भी 193 नए मामले सामने आए। इससे पहले रविवार को रिकॉर्ड 208 नए मामले जबकि सोमवार को 149 नए मामले सामने आए।