Cyclone Amphan राहत शिविरों में हजारों लोगों के जमा होने से बंगाल में संक्रमण का खतरा बढ़ा
कोरोना संकट के बीच प्रचंड चक्रवाती तूफान एम्फन ने बंगाल में संक्रमण के प्रसार का खतरा और बढ़ा दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना संकट के बीच प्रचंड चक्रवाती तूफान एम्फन ने बंगाल में संक्रमण के प्रसार का खतरा और बढ़ा दिया है। चक्रवाती तूफान के मद्देनजर बंगाल के तटीय क्षेत्रों से अबतक तीन लाख से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। इन राहत शिविरों में एक साथ हजारों हजार लोगों के जमा होने से शारीरिक दूरी बनाए रखना काफी मुश्किल हो रहा है। सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि ग्रामीण परिवेश में इसका प्रसार होने से मुश्किलें और बढ़ जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार की भी चिंताएं बढ़ गई है। राहत शिविरों में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित अन्य लोगों को बिना मास्क पहने ही देखा जा रहा है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच राहत शिविरों में लोगों के जमावड़े से खतरा बढ़ गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बताया था कि चक्रवात एम्फन से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले तटीय जिलों से 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें दक्षिण 24 परगना से 2 लाख लोगों, उत्तर 24 परगना से 50 हजार लोगों, पूर्व मेदनीपुर से 40 हजार जबकि पश्चिम मेदिनीपुर से 10 हजार लोगों को राहत केंद्रों, शेल्टर होम या स्कूलों में पहुंचाएं गए हैं। वहीं, बुधवार को भी प्रशासन की तरफ से जोखिम वाले इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
ऐसे में अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों की संख्या 3 लाख से कहीं अधिक हो गई है। चक्रवात राहत शिविरों में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के रहने से लेकर खाना-पीना व शौच का प्रबंध बड़ी चुनौती बन गई है। बुधवार को राज्य के अलग-अलग जिलों में कई राहत शिविरों में अव्यवस्था का भारी आलम दिखा। इसको लेकर लोगों ने काफी हंगामा भी किया। उल्लेखनीय है कि सुपर साइक्लोन का रूप ले चुका एम्फन आज (बुधवार) शाम तक बंगाल में सुंदरबन के नजदीक दीघा और बांग्लादेश के हतिया द्वीप से टकराने वाला है।
इस दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो 185 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए खासकर बंगाल के तटवर्ती उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता, हावड़ा व हुगली जिले में बड़े पैमाने पर तबाही की आशंका जताई है। कहा जा रहा है कि एम्फन चक्रवात 2009 में बंगाल और बांग्लादेश में भारी तबाही मचाने वाले आइला से भी प्रचंड रूप में है। एम्फन के प्रभाव से दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में मंगलवार से ही बारिश व तेज हवाएं चल रही है। वहीं, बुधवार दोपहर से हवा वह बारिश की रफ्तार और तेज हो गई हैं।