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Cyclone Amphan Effect: पेड़ हटाने गए दमकल कर्मी की करंट से मौत, ममता ने 10 लाख रुपये व नौकरी देने की घोषणा की

Cyclone Amphan Effect पेड़ हटाने गए दमकल कर्मी की करंट से मौत मुख्यमंत्री ने घटना पर जताई नाराजगी पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने का दिया निर्देश

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 08:23 AM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 08:23 AM (IST)
Cyclone Amphan Effect: पेड़ हटाने गए दमकल कर्मी की करंट से मौत, ममता ने 10 लाख रुपये व नौकरी देने की घोषणा की
Cyclone Amphan Effect: पेड़ हटाने गए दमकल कर्मी की करंट से मौत, ममता ने 10 लाख रुपये व नौकरी देने की घोषणा की

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। एम्फन चक्रवात के कारण बिजली के एक खंभे के तार पर गिरे पेड़ को हटाने गए फायर सर्विस के दमकल कर्मी की बुधवार को करंट लगने से हो गई। घटना बुधवार दोपहर हावड़ा के बेलूर थाना अंतर्गत गांगुली स्ट्रीट मोड़ पर हुई। मृतक दमकल कर्मी का नाम सुकांत सिंह राय (27) है।

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घटना की खबर मिलते ही दमकल विभाग के डीजी जगमोहन घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने इस हादसे के लिए निजी बिजली प्रदाता कंपनी को दोषी ठहराया। डीजी ने कहा कि बिजली कंपनी के आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज की जायेगी।

इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख जताते हुए गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह एक आपराधिक घटना है। हावड़ा के पुलिस आयुक्त को उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी घोषणा की।

वहीं, घटना के सिलसिले में बेलूर थाने की पुलिस ने बिजली कंपनी के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक वाहन भी जब्त किया गया है। मृतक दमकल कर्मी का घर हुगली के तारकेश्वर में बताया जा रहा है। राज्य सचिवालय नवान्न में संवाददाता सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर सीईएससी पर टिप्पणी करते हुए यह भी कहा कि‌ राज्य में वाममोरचा के शासनकाल में सीईएससी को बिजली परिसेवा देने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था, उस दौरान केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विकल्प पर चर्चा हो सकती है, लेकिन जब तक विकल्प न हो तब तक किसी को हटाने से लोगों को बिजली परिसेवा हासिल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एम्फन के बाद सीईएससी से काफी बेहतर वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने काम किया है।

क्या है घटना

पिछले सप्ताह एम्फन तूफान के कारण शहर के कई जगहों पर बिजली की तारों पर पेड़ गिरे थे। इसी तूफान में एक पेड़ गांगुली स्ट्रीट मोड़ के पास एक बिजली के खंभे पर गिरा था। बुधवार दोपहर इसी पेड़ को हटाने के लिए बाली फायर सर्विस के दमकल कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची। इसी समय वहीं से निजी बिजली कंपनी की एक गाड़ी गुजर रही थी। दमकल कर्मियों ने गाड़ी को रोक कर खंभे से बिजली को डिस्कनेक्ट करने को कहा।

दमकल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बिजली कंपनी ने करंट डिस्कनेक्ट करने की पुष्टि की। इसके बाद ही दमकल कर्मी सुकांत सिंहराय सीढ़ी के सहारे बिजली के खंभे पर चढ़े, लेकिन तार में करंट होने के कारण वह बिजली की चपेट में आ गए। उन्हें हावड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

वहीं, बिजली कंपनी का कहना है कि लाइन डिस्कनेक्ट करने से पहले ही दमकल कर्मी गिरे पेड़ को हटाने के लिए खंभे के ऊपर चढ़ गये, जिससे यह घटना घटी। पुलिस कंपनी के तीन कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। इस घटना के लिए कौन दोषी है, इसका पता लगाया जा रहा है। 


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