माकपा के एक और विधायक ने थामा तृणमूल का झंडा
मुर्शिदाबाद के जालंगी से माकपा विधायक अब्दुर्रज्जाक मंडल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मुर्शिदाबाद के जालंगी से माकपा विधायक अब्दुर्रज्जाक मंडल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। गुरुवार को तृणमूल में शामिल होने के बाद उन्हें जालंगी क्षेत्रीय चुनाव कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया। मुर्शिदाबाद जिला तृणमूल के पर्यवेक्षक व परिवहन मंत्री शुभेंदू अधिकारी ने मंडल के तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराने की पुष्टि की। अधिकारी के मुताबिक मंडल ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के साथ ब्रिगेड रैली में भी जाने की इच्छा जताई थी इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सहमति लेने के बाद मंडल को तृणमूल में शामिल करा लिया। अधिकारी ने कहा कि मंडल के तृणमूल में शामिल होने से मुर्शिदाबाद में तृणमूल मजबूत होगी। पेशे से स्कूल शिक्षक अब्दुर्रज्जाक मंडल ममता की लहर में भी 2011 में जालंगी से माकपा के टिकट पर जीतने में सफल हुए थे। 2016 में दूसरी बार भी वह माकपा के टिकट पर जीते। उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से माकपा को झटका लगा है। तृणमूल में शामिल होने वाले मंडल दूसरे वामो विधायक हैं। इसके पहले दिसंबर में नवग्राम के विधायक कन्हाई लाल मंडल ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा था। मुर्शिदाबाद के छह कांग्रेस विधायक तृणमूल में शामिल हो चुके हैं। 2011 से लेकर अब तक कांग्रेस और वाममोर्चा के 40 विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। मुर्शिदाबाद की 22 सीटों में तृणमूल कांग्रेस के मात्र चार विधायक थे। कांग्रेस और वाममोर्चा के विधायकों के शामिल होने के बाद मु्र्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस की जड़ें मजबूत हो रही हैं। अधिकारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तृणमूल को मुर्शिदाबाद में फायदा होगा।
पिछले सप्ताह तृणमूल ने अपने दो सांसदों सौमित्र खां और अनुपम हाजरा को पार्टी से निकाल दिया था। सौमित्र ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इसके बाद जालंगी से माकपा विधायक मंडल के तृणमूल में शामिल हो जाने से ममता को राहत मिली है। 2016 के विधानसभा चुनाव में 211 सीटें जीतने वाली तृणमूल कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 232 हो गई हैं।
माकपा ने कहा कि मंडल व्यक्तिगत स्वार्थ से तृणमूल में शामिल हुए हैं। उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर पार्टी की पहले से नजर थी। मुर्शिदाबाद जिला माकपा के सचिव मृगाक भट्टाचार्य ने कहा कि बुधवार को ही मंडल को पार्टी से निकालने का निर्णय ले लिया गया था।