गो तस्करी: सीबीआइ ने तृणमूल नेता विनय मिश्रा के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वारंट
सीबीआइ की टीम ने उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में व्यापारी बारिक विश्वास के घर छापेमारी अभियान चलाया। कुछ दिनों से गो तस्करी और कोयला तस्करी की जांच से विभिन्न तथ्य सामने आए हैं। अनूप माजी उर्फ लाला कोयला तस्करी मामले में दोषियों में से एक है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की विशेष अदालत ने तृणमूल नेता तथा व्यवसायी विनय मिश्रा के खिलाफ गो तस्करी के मामले गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। दूसरी ओर, गो तस्करी के मामले में सीबीआइ की एक टीम ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के एक व्यापारी के घर छापेमारी अभियान चलाया। सीबीआइ की एक टीम विनय मिश्रा की तलाश में उनके घर गई, लेकिन वह फरार हैं।
उसके बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। सीबीआइ ने पहले ही विनय मिश्रा को एक से अधिक बार तलब किया है, लेकिन वह फरार हैं। जांचकर्ताओं ने उनके भाई विकास मिश्रा से तीन बार पूछताछ की, ताकि वे उनके पास पहुंच सकें। आरोप है कि विकास जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। सीबीआइ के अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि विकास के वक्तव्य में विसंगतियां हैं। विनय मिश्रा दरअसल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे तथा सांसद अभिषेक बनर्जी के काफी करीबी माने जाते हैं।
दूसरी ओर, गो तस्करी के मामले में सीबीआइ की एक टीम ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के एक व्यापारी बारिक विश्वास के घर छापेमारी अभियान चलाया। सीबीआइ की टीम में 20 से 30 सदस्य थे। हालांकि बारिक विश्वास घर पर नहीं थे। सीबीआइ ने उनके घर पर नोटिस देकर चार फरवरी को कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय में बुलाया है। बारिक विश्वास पशु तस्कर एनामुल हक के काफी करीबी माने जाते हैं। पिछले कुछ दिनों से गो तस्करी और कोयला तस्करी की जांच से विभिन्न तथ्य सामने आए हैं। अनूप माजी उर्फ लाला कोयला तस्करी मामले में दोषियों में से एक है, जबकि एनामुल हक गो तस्करी का ‘किंग पिन’ है।विनय मिश्रा के तार इन दोनों से जुड़े बताये जा रहे हैं।विधानसभा चुनाव के पहले एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है।