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Coronavirus Update: बंगाल में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर हुई 516, ग्रीन जोन में भी नहीं चली बसें

राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने सोमवार को बताया कि पूरे बंगाल में इस समय कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 516 हो गई है। इससे पहले 30 अप्रैल तक 444 कंटेनमेंट जोन था।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 08:52 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 08:52 PM (IST)
Coronavirus Update: बंगाल में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर हुई 516, ग्रीन जोन में भी नहीं चली बसें
Coronavirus Update: बंगाल में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर हुई 516, ग्रीन जोन में भी नहीं चली बसें

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने सोमवार को बताया कि पूरे बंगाल में इस समय कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 516 हो गई है।  इससे पहले 30 अप्रैल तक 444 कंटेनमेंट जोन था। मुख्य सचिव ने बताया कि इनमें कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित व रेड जोन में शामिल कोलकाता में कंटेनटमेंट जोन की संख्या बढ़कर 318 हो गई है। पहले यहां 264 कंटेनमेंट जोन था। उत्तर 24 परगना में कंटेनमेंट जोन की संख्या 81 हो गई है, जो पहले 70 थी। इसके बाद हावड़ा में कंटेनमेंट जोन की संख्या 74 हो गई है, जो पहले 72 थी। 

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इसके अलावा हुगली में 18, पूर्व मेदिनीपुर में 9 व पश्चिम मेदिनीपुर में 5 कंटेनमेंट जोन हैं।‌

मुख्य सचिव ने बताया कि सभी कंटेनमेंट जोन में पूर्ण लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। आने वाले दिनों में यहां और भी सख्ती की जाएगी। इन इलाकों में किसी भी प्रकार की गतिविधि व घरों से बाहर निकलने व उन इलाकों में किसी के जाने की अनुमति नहीं है।‌ इन क्षेत्रों में बेहद सख्ती का पालन किया जा रहा है। सिन्हा ने बताया कि राज्य के 9 जिले ऐसे हैं जहां एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है, यानी ये कोरोना से पूरी तरह मुक्त हैं और ग्रीन जोन में हैं।  एक सवाल के जवाब में मुख्य सचिव ने कहा कि बाहर से जो प्रवासी श्रमिक लौटेंगे और उनका घर यदि कंटेनमेंट जॉन के अंदर पड़ता है तो उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों में ना किसी को निकलने की अनुमति दी जाएगी और ना ही बाहर से किसी को वहां जाने की अनुमति दी जाएगी।

बंगाल में सरकार की मंजूरी के बाद भी ग्रीन जोन में नहीं चली बसें

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः लॉकडाउन के तीसरे चरण में बंगाल सरकार द्वारा अधिकतम 20 यात्रियों को ले जाने की अनुमति दिए के बावजूद सोमवार को ग्रीन जोन में निजी बसें नहीं चलीं। बस चालकों के संघों ने कहा कि सेवाएं दोबारा शुरू करने के प्रति वे आश्वस्त नहीं हैं क्योंकि इससे और अधिक वित्तीय घाटा और अन्य समस्याएं होने का अंदेशा है। बस मिनीबस समन्वय समिति के महासचिव राहुल चटर्जी ने कहा कि बीस यात्रियों को ले जाने से ईंधन का खर्च भी नहीं निकलेगा इसलिए यह गलत फैसला है। उन्होंने कहा कि सोमवार को किसी भी ग्रीन जोन में निजी बसें नहीं चली। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि जिस प्रकार चुनाव के समय बसें अधिगृहित की जाती हैं उसी प्रकार अभी की जाएं और उसके बाद राज्य बसें चलाए और दैनिक किराया बसों के मालिक को दे। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया है कि हम वर्तमान परिस्थिति में बसें नहीं चला सकते। कोलकाता, हावड़ा, उत्तर २४ परगना जिला रेड जोन में है।


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