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कूचबिहार में मतदान के दौरान क्‍यों फायरिंग को मजबूर हुई CISF? चली गईं 4 जान, पहली बार केंद्रीय बल ने दिया बयान

Cooch Behar firing incident बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान शनिवार को कूचबिहार जिले के सितालकुची में एक पोलिंग बूथ पर स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद सीआइएसएफ ने आत्मरक्षा में कथित तौर पर गोलियां चलाई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 05:58 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 08:22 PM (IST)
कूचबिहार में मतदान के दौरान क्‍यों फायरिंग को मजबूर हुई CISF? चली गईं 4 जान, पहली बार केंद्रीय बल ने दिया बयान
सीआइएसएफ की क्यूआरटी ने आत्मरक्षा में की कई राउंड हवाई फायरिंग

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान शनिवार को कूचबिहार जिले के सितालकुची में एक पोलिंग बूथ पर स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद सीआइएसएफ ने आत्मरक्षा में कथित तौर पर गोलियां चलाई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआइएसएफ जवानों की राइफलें छीनने की भी कोशिश की। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मारे गए चारों लोगों के पार्टी समर्थन होने का दावा करते हुए केंद्रीय बलों व गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। ममता ने जहां इसे अमित शाह की साजिश बताया तो तृणमूल नेता डोला सेन ने यहां तक कहा है कि केंद्रीय बल लोगों के साथ अन्याय कर रहे हैं और उन्होंने हदें पार कर दी है।

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वहीं, इस घटना को लेकर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसफ) ने बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि बूथ संख्या 126 के पास, इंस्पेक्टर सुनील कुमार की अगुवाई वाली सीआइएसएफ की टीम पर उपद्रवियों की भीड़ द्वारा हमला किया गया था। इस दौरान हाथापाई में एक बच्चा नीचे गिर गया और उपद्रवियों ने क्यूआरटी के वाहन को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया और क्यूआरटी कर्मियों पर हमला किया।

क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) ने आत्मरक्षा में प्रतिक्रिया दी और भीड़ को हटाने के लिए छह राउंड हवाई फायर किए। इसके एक घंटे के बाद भीड़ का एक और समूह (लगभग 150 लोग) बूथ नंबर 186 में घुस  गया और ड्यूटी पर मौजूद मतदान कर्मचारियों को रोकना शुरू कर दिया। सबसे पहले उन्होंने होमगार्ड और आशा कार्यकर्ता की पिटाई की, जो बूथ पर ड्यूटी पर मौजूद थे। फिर सीआइएसएफ जवान ने उपद्रवियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने मतदान केंद्र में अन्य पोलिंग स्टाफ की पिटाई कर दी। कुछ उपद्रवियों ने वहां तैनात सीआइएसएफ कर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश की।

नतीजतन, सीआइएसएफ कर्मियों ने हवा में दो राउंड फायर किए, लेकिन भीड़ ने चेतावनी पर कोई ध्यान नहीं दिया। कुछ ही देर में फोर्स के और लोग आ गए और खतरे को देखते हुए आत्मरक्षा में उपद्रवियों की भीड़ पर सात और राउंड गोलियां चलाईं। परिणामस्वरूप कुछ लोग घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया। 

दो दिन पहले ही केंद्रीय बलों के खिलाफ ममता ने लोगों को उकसाया था

इधर, घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा डर सच हुआ। केंद्रीय गृह मंत्रालय केंद्रीय बलों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जानती है कि वे चुनाव हार रहे हैं, इसलिए वे अब मतदाताओं को मार रहे हैं। लेकिन, यहां बताना आवश्यक है कि केंद्रीय बलों के खिलाफ लगातार आरोप लगाती आ रहीं ममता ने दो दिन पहले ही गुरुवार को सीआरपीएफ के खिलाफ सार्वजनिक रूप से लोगों को कथित तौर पर भड़काया था। 

ममता ने कूचबिहार जिले ही रैली के दौरान कहा था कि मैं अपनी मां और बहनों से कह रही हूं कि बाहर से कोई आए और परेशानी पैदा करे और अगर सीआरपीएफ आती है और परेशानी का कारण बनती है तो उसे घेर लो। उन्होंने कहा था कि एक समूह सीआरपीएफ को घेर लेगा, एक समूह वोट देने जाएगा। अगर आप सिर्फ घेराबंदी रखते हैं, तो वोट चला जाएगा।

घेराबंदी इस तरह से की जानी चाहिए कि पांच लोग घेरेंगे तो पांच वोट देंगे। संयोग से इसके बाद यह घटना घट गई। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कूचबिहार की घटना पर दुख जताया। उन्होंने सिलीगुड़ी में एक रैली को सबोधित करते हुए कहा कि कूचबिहार में जो हुआ दुखद है। चुनाव आयोग सख्त एक्शन ले।


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