बीएसएफ का सिविक एक्शन प्रोग्राम, चिकित्सा शिविर में 273 लोगों का मेडिकल चेकअप, मुफ्त में दवाइयां भी दी
153वीं बटालियन के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बल की अच्छी छवि बनती है और नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना विकसित होती है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ हमेशा से ही अपने सीमावर्ती इलाके में लोगों के मन में बल के प्रति पारस्परिक विश्वास विकसित करने और सीमा वासियों के कल्याणार्थ हेतु हरसंभव कोशिश करती रही है। जिसके लिए समय-समय पर जरूरतमंद लोगों के लिए मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन समेत सिविक एक्शन प्रोग्राम के जरिए उनके बीच विभिन्न सामानों का वितरण के साथ नवयुवकों को खेल को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए खेल का सामान प्रदान करने जैसी गतिविधियां चलाती रहती है। इसी क्रम में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में तैनात 153वीं वाहिनी ने सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया।
इसके तहत यहां गोवरधा गांव के फुटबाल मैदान में आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में बड़ी संख्या में लोगों का मेडिकल चेकअप किया गया। बीएसएफ की ओर से बताया गया कि 153वीं बटालियन के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी के मार्गदर्शन में आयोजित शिविर में कुल 273 लोगों का निशुल्क मेडिकल चेकअप किया गया। इसमें 106 पुरुष 123 महिलाएं एवं 44 बच्चे शामिल थे। सीमावर्ती गांव गोवरधा समेत बीरतीपारा, दासपारा, पंडितपारा और मंडलपारा के लोगों ने इस शिविर का लाभ उठाया।
इस दौरान डा विश्वनाथ दास, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसजी) के नेतृव्य में 153 बटालियन की मेडिकल टीम ने लोगों का मेडिकल चेकअप किया। इस चिकित्सा शिविर में बीएसएफ की ओर से 63,652 रुपये की दवाईयों का भी वितरण किया गया। गंभीर बीमारी वाले रोगी को नजदीकी सिविल हस्पताल में इलाज कराने का परामर्श भी दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल गाइडलाइन का पालन करते हुए इस शिविर का आयोजन किया गया। क्षेत्र में लगातार मौसम बदलने के कारण होने वाली बीमारियों को ध्यान में रखते हुए इस शिविर का आयोजन किया गया। वहीं, सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों ने चिकित्सा शिविर के आयोजन के लिए बीएसएफ के इस कदम की जमकर प्रशंसा की।
इस मौके पर 153वीं बटालियन के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बल की अच्छी छवि बनती है और नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना विकसित होती है।