Cow Smuggling Case: सीबीआइ अधिकारियों के अनुसार, टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल ने पैसे के लिए मवेशी तस्करों को सुरक्षा उपलब्ध कराई
ब्लर्व-तस्कर इलमबाजार से भारत-बांग्लादेश सीमा तक मवेशियों को ले जाते थे।सीबीआइ ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के फरार नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और मंडल ने कथित मवेशी तस्कर सरगना इनामुल हक के सहयोगियों को सुरक्षा प्रदान की जो इलामबाजार के एक बाजार में मवेशी खरीदते थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल ने नियमित भुगतान के बदले तस्करों को कथित तौर पर सुरक्षा प्रदान की थी। सीबीआइ अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सीबीआइ ने मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के फरार नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और मंडल ने कथित मवेशी तस्कर सरगना इनामुल हक के सहयोगियों को सुरक्षा प्रदान की, जो इलामबाजार के एक बाजार में मवेशी खरीदते थे।
अधिकारियों ने कहा कि तस्कर राज्य प्रवर्तन एजेंसियों से मंडल और मिश्रा के कथित संरक्षण के तहत इलमबाजार से भारत-बांग्लादेश सीमा तक मवेशियों को ले जाते थे।उन्होंने बताया कि उन्होंने इन मवेशियों को बांग्लादेश ले जाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कुछ अधिकारियों की सेवाओं का इस्तेमाल किया गया।
सीबीआइ ने मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में बंगाल के बोलपुर में स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व दिन में सीबीआइ के कम से कम आठ अधिकारियों का दल केंद्रीय बलों के साथ सुबह लगभग 10 बजे मंडल के आवास पर पहुंचा और जांच के तौर पर तलाश अभियान शुरू किया। अधिकारी ने बताया कि मंडल से उनके आवास की दूसरी मंजिल के एक कमरे में लगभग एक घंटे तक पूछताछ की गई।
इस बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि पार्टी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है।तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने कहा कि पार्टी सही समय पर उचित निर्णय लेगी। लेकिन, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि टीएमसी भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में समझौता नहीं करेगी। सेन ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार और गलत कृत्यों को कतई सहन नहीं करेगी।
विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया कि मंडल की गिरफ्तारी से साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस संबंध में एक बयान देना चाहिए। माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने दावा किया कि मंडल ने वीरभूम जिले में खुद को कानून से ऊपर माना और टीएमसी नेतृत्व ने उनके गलत कृत्यों को नजरअंदाज किया।