पांच शिक्षिकाओं के जहर पीने के मामले ने तूल पकड़ा, शिक्षा विभाग कार्यालय में बढ़ी सुरक्षा, दिलीप घोष ने कसा तंज
पांच शिक्षिकाओं के जहर पीने के मामले ने तूल पकड़ा पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस के एक कांस्टेबल नासिरुद्दीन के साथ शिक्षकों ने दुर्व्यवहार किया है। इसके साथ ही विकास भवन परिसर में सुबह सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल राज्य शिक्षा विभाग मुख्यालय विकास भवन के सामने शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पांच शिक्षिकाओं के जहर पीने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपियों के खिलाफ विधाननगर थाने में मामला दर्ज किया गया है, तो शिक्षा विभाग कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस बीच, बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार पर निशाना साधा है।
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस के एक कांस्टेबल नासिरुद्दीन के साथ शिक्षकों ने दुर्व्यवहार किया है। इसके साथ ही विकास भवन परिसर में सुबह सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। विभाग के सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर विकास भवन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से अलग से पूछताछ की जा रही है कि आप कहां जा रहे हैं, क्यों जा रहे हैं और किस विभाग में जा रहे हैं?
दिलीप घोष ने ममता सरकार पर साधा निशाना
बुधवार को मार्निंग वाक के लिए निकले दिलीप घोष से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में शिक्षकों को सबसे कम वेतन दिया जाता है। न्यायालय के आदेश के बावजूद शिक्षकों को महंगाई भत्ता नहीं दिया जा रहा। कोई अगर सरकार के खिलाफ मुंह खोलता है तो उसके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। सरकार की निष्क्रियता का विरोध करने वाले शिक्षकों को घर से दूर तबादला किया जा रहा है।
इसीलिए शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है जिसकी वजह से उन्हें जहर पीना पड़ रहा है। यह दुर्भाग्य जनक है। सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए कि शिक्षा विभाग के मुख्यालय के सामने महिला शिक्षकों ने जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की है।