Bharat Bandh: बंगाल में श्रमिक संगठनों की हड़ताल के दौरान बसों में तोड़फोड़, रोकी ट्रेन
Bharat Bandhबुधवार को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 24 घंटे देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल में भारत बंद का असर दिख रहा है।
कोलकाता, जागरण न्यूज नेटवर्क। वामपंथी श्रमिक संगठनों द्वारा बुधवार को आहूत देशव्यापी आम हड़ताल के दौरान बंद समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गई। सरकारी बसों में पथराव कर तोड़फोड़ की गई। पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल के मेन उत्तर व दक्षिण शाखा में विभिन्न स्टेशनों पर वामपंथी समर्थकों ने ट्रेन को घंटों रोके रखा।
#WATCH West Bengal: A bus vandalised in Cooch Behar during the Bharat Bandh called by ten trade Unions against 'anti-worker policies of Central Govt' pic.twitter.com/Cc3ksWndL2
— ANI (@ANI) January 8, 2020
उत्तर बंगाल में बंद समर्थकों ने कई सरकारी बसों पर पथराव कर तोड़फोड़ की। उत्तर 24 परगना जिले में बंद समर्थकों द्वारा रोकी गई एक लोकल ट्रेन के नीचे से बम मिला, जिसे बाद में जीआरपी ने हटाकर उसे निष्क्रिय किया। बंगाल सरकार की ओर से हड़ताल से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
पहले ही सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी लेने पर पाबंदी लगा दी गई थी और निर्देश दिया गया था कि जो भी कर्मचारी आज दफ्तर नहीं आएंगे उनका वेतन काटा जाएगा। जिसके चलते सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की उपस्थिति सामान्य रही। हालांकि बैंक समेत केंद्र सरकार के अन्य दफ्तरों पर हड़ताल का थोड़ा प्रभाव दिखा। इस बंद का बंगाल में कांग्रेस ने भी समर्थन किया है और कांग्रेस कार्यकर्ता भी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे
उत्तर 24 परगना में ट्रेन के नीचे बम मिला
बुधवार को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 24 घंटे देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल में भारत बंद का असर दिख रहा है। सिलिगुड़ी में रोडवेज बस के ड्राइवर हेल्मेट पहनकर बस चला रहे हैं, ताकि अगर प्रदर्शनकारियों की ओर से कोई हमला किया जाता है, तो उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे।
बंगाल में साझा तौर पर कांग्रेस और वाममोर्चा ने बंद का समर्थन किया है। ममता बनर्जी ने कहा है कि बुधवार को राज्य में कोई हड़ताल नहीं होगी क्योंकि बंद का आह्वान करने के बजाए विरोध करने और अपनी मांगों को मनवाने के कई तरीके हैं। बताया गया है कि तृणमूल से जुड़ा कोई भी संगठन हड़ताल में शामिल नहीं होंगे। सरकार की ओर से सभी सरकारी कर्मचारियों को हर हाल में बुधवार को कार्यालय में उपस्थित रहने को कहा गया है अन्यथा गैरहाजिरी की भरपाई उनकी तनख्वाह से की जाएगी। बंद को विफल करने के लिए मंगलवार को तृणमूल की ओर से कोलकाता व जिलों में रैली निकाली गई। कहा गया है कि रोजमर्रा की तरह बुधवार को राज्य में जनजीवन सामान्य रहेगा और 24 घंटे बंद का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं सरकार की ओर से बंद के दौरान वाहनों में तोड़फोड़ होने पर 6 लाख रुपये तक की बीमा राशि देने की बात कही गई है।
हमें नहीं लगता दिल्ली से डर : सुजन
वाममोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने बंगाल सरकार द्वारा बंद का समर्थन नहीं किए जाने को लेकर सीएम ममता बनर्जी पर तंज कसा और कहा कि दिल्ली की केंद्र सरकार से ममता बनर्जी के निजी स्वार्थ हो सकते हैं लेकिन हमें दिल्ली से भय नहीं इसलिए बंद तो होकर ही रहेगा।
बंद विफल हुआ तो सीएम-पीएम को होगी खुशी : मन्नान
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान ने कहा कि इससे पता चलता है कि बंद अगर विफल हुआ तो सर्वाधिक खुशी सीएम ममता बनर्जी, पीएम नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को होगी।
बंद को लेकर दोराहे पर हैं सीएम : दिलीप
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बंद को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोराहे पर खड़ी हैं। हम भी यह देखना चाहते हैं कि सुश्री बनर्जी बंद का नैतिक अथवा अनैतिक कैसा समर्थन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक वाममोर्चा और कांग्रेस का सवाल है तो दोनों ही दल अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।