बीएसनएल भवन में अग्निकांड की जांच का आदेश
सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगने की घटनाओं के बाद मंगलवार को सरकार ने मामले की उच्च स्तरीय जाच के आदेश दिए।
जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता : सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगने की घटनाओं के बाद मंगलवार को सरकार ने मामले की उच्च स्तरीय जाच के आदेश दिए। साथ ही दोनों कंपनियों से अग्निशमन को लेकर समयबद्ध तरीके से अपनी इमारतों का नया ऑडिट कराने को कहा है।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सोमवार को एमटीएनएल के मुंबई स्थित बाद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्टलेक स्थित इमारत में आग की बड़ी घटनाएं हुईं। वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी एक छोटी आग की घटना हुई। एक ही दिन घटित हुई इन आग की घटनाओं पर दमकल विभाग ने नियंत्रण पा लिया और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी आग के कारणों का पता लगा रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशकर प्रसाद ने मामले की उच्च स्तरीय जाच के आदेश दिए हैं। साथ ही दोनों कंपनियों से एक निश्चित समय सीमा में इमारतों का नया सुरक्षा ऑडिट कराने के लिए कहा है। बीएसएनएल और एमटीएनएल के विशेषज्ञ 24 घटे घटनास्थल पर तैनात किए गए हैं ताकि नेटवर्क और प्रभावित सेवाओं को फिर सुचारू करने का काम पूरा किया जा सके। विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों कंपनियों के उच्चतम स्तर पर स्थिति की निगरानी की जा रही है। सोमवार को एमटीएनएल की मुंबई की इमारत में दोपहर तीन बजे बड़ी आग लगी। इस नौ मंजिला इमारत की छत पर 84 लोग फंसे थे, जिन्हें दमकल विभाग के लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया। यह हाल के समय के सबसे बड़े बचाव कायरें में से एक था। इस इमारत में करीब 25,000 लाइनों वाले दो टेलीफोन एक्सचेंज काम करते हैं। साथ ही कंपनी का प्रशासनिक कार्यालय भी यहा है। आग पर रात तीन बजे तक पूरी तरह काबू पा लिया गया। इसी तरह एमटीएनएल के दिल्ली स्थित किदवई भवन में सोमवार तड़के चार बजे आग लग गई और इसपर सुबह पौने आठ बजे तक नियंत्रण पा लिया गया। इस भवन में एमटीएनएल का टेलीफोन एक्सचेंज होने के साथ ही दोनों कंपनियों का प्रशासनिक कार्यालय भी है। कोलकाता के साल्टलेक स्थित बीएसएनएल की इमारत में भी सोमवार रात को आग की घटना हुई। इस वजह से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की सेवाएं और पश्चिम बंगाल की इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हुईं, हालाकि इन सेवाओं को अगले 24 घटे में फिर चालू कर लिया जाएगा।