Move to Jagran APP

बीएसएफ ने अब केले के थम के अंदर छिपाकर की जा रही तस्करी की 80 फेंसिडिल की बोतलें पकड़ी

बीएसएफ ने अब केले के थम के अंदर छिपाकर की जा रही तस्करी की 80 फेंसिडिल की बोतलें पकड़ी- हर बार नया से नया तरीका आजमा रहे तस्कर

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 03:05 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 03:05 PM (IST)
बीएसएफ ने अब केले के थम के अंदर छिपाकर की जा रही तस्करी की 80 फेंसिडिल की बोतलें पकड़ी
बीएसएफ ने अब केले के थम के अंदर छिपाकर की जा रही तस्करी की 80 फेंसिडिल की बोतलें पकड़ी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा के जरिए मादक पदार्थों के तस्कर सुरक्षाबलों की नजरों से बचने के लिए हर बार नया से नया तरीका आजमा कर तस्करी का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सजग जवान उनकी हर चाल को विफल कर दे रहे हैं।

loksabha election banner

लॉकडॉउन के बीच बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीओपी गोलपारा इलाके में बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने अब नदी से केले के थम के अंदर छिपाकर की जा रही फेंसिडिल की 80 बोतलें पकड़ी है, जो बांग्लादेश भेजी जा रही थी। इससे पहले बुधवार को 112वीं बटालियन के जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीओपी हकीमपुर इलाके में कद्दू (कुम्हर) के अंदर में छिपाकर रखी गई 325 फेंसिडिल की बोतलें भी पकड़ी थी।

इधर, इस घटना के बारे में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि हासनाबाद इलाके में बीओपी गोलपारा में तैनात 85वीं बटालियन के जवान गुरुवार शाम में नदी में बोट से पेट्रोलिंग कर रहे थे, उस दौरान केले का एक बड़ा थम पानी में तैरकर जा रहा था। हमारे जवानों ने उसको पानी से निकालकर बोट में डाला और उसको खोला तो उसमें से 80 फेंसिडिल की बोतले निकलीं।

जब्त फेंसिडिल का मूल्य 12,341 रुपये है। उन्होंने बताया कि तस्कर हर बार नया से नया यानी सारे तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन हमारे जवान पूरी तरह सतर्क हैं और इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। गुलेरिया ने बताया, हमारे साउथ बंगाल फ्रंटियर के इलाके में जहां भी तस्कर कोई प्रयास करता है तो हमारे जवान उससे और ज्यादा प्रभावशाली साबित अपने आप को कर रहे हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा कि तस्कर हर बार नया से नया तरीका अख्तियार कर रहे है, लेकिन हमारे 85वीं बटालियन के कमांडेंट सहित अन्य बटालियनों के जो कमांडेंट, अधिकारी व जवान हैं वे बहुत होशियारी से काम कर रहे हैं। हम लोग सभी मिलकर पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे और मवेशी व जाली नोट तस्करों की तरह मादक पदार्थों के तस्करों की भी कमर तोड़कर रख दी जाए।

उन्होंने बताया कि इससे पहले पिछले महीने अप्रैल के प्रथम हफ्ते में मुर्शिदाबाद के दयारामपुर सीमा चौकी इलाके में हमारे जवानों ने जीरो लाइन पर खेतों में काम कर रहे हैं किसानों को फेंसिंग गेट के माध्यम से भोजन पहुंचाने के लिए ले जाए जा रहे खिचड़ी से भरे एक बड़े पतीला से फेंसिडिल की 45 बोतलें पकड़ी थी। उल्लेखनीय है कि मादक पदार्थों की तस्करी के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवान लगातार अभियान चला रहे हैं और इस साल अबतक 97 हजार से ज्यादा फेंसिडिल की बोतलें जब्त की जा चुकी है, जब उसकी बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.