बीएसएफ ने उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बांग्लादेशी युवती को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक और बांग्लादेशी युवती को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक और बांग्लादेशी युवती को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है। छुड़ाई गई युवती 8 साल पूर्व मानव तस्करों द्वारा बांग्लादेश से भारत लाई गई थीं तथा अब उसे अमुदिया सीमा चौकी इलाके से होकर अवैध रूप से वापस बांग्लादेश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा था।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से बयान में बताया गया कि 27 अगस्त को प्राप्त खुफ़िया सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी अमुदिया, 112 वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने एक विशेष अभियान चलाया।
भारतीय दलालों द्वारा इस बंगलादेशी युवती को अंतरराष्ट्रीय सीमा से अवैध रूप से पार करने के प्रयास में उस समय हिरासत में लिया गया जब दलाल मोटरसाइकिल पर इस युवती को बिठा कर अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर जा रहा था। बीएसएफ जवानों को देखते ही उक्त दलाल ने बंगलादेशी युवती को मौके पर ही छोड़ कर भाग गया।
8 साल पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर आई थी भारत
मुक्त कराई गई 34 वर्षीय युवती बांग्लादेश के सतखीरा जिले की रहने वाली है। प्रारंभिक पूछताछ में युवती ने खुलासा किया कि वह 8 साल पहले अतियार नाम के एक भारतीय दलाल की मदद से अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध तरीके से पार कर भारत आई थी। भारत में आने के बाद वह गुजरात के राजकोट चली गईं जहां पर उसकी बहन पहले से रहती थी और वह उसके साथ वहीं रहने लगी।
2016 में रहीम बोल्ट नामक व्यक्ति के साथ शादी कर ली
कुछ समय बाद वहीं पर 2016 में उसने रहीम बोल्ट नामक व्यक्ति के साथ शादी कर ली। अभी वह वापस अपने परिवार से मिलने के लिए बांग्लादेश जा रही थी। वह 26 अगस्त को स्पाइसजेट की फ्लाइट पकड़ कर कोलकाता पहुंची। उसके बाद उसने एक भारतीय मानव तस्कर दलाल राकेश को टेलीफ़ोन पर कॉल किया जिसने उसके लिए दमदम हवाई अड्डे से तेंतुलिया के लिए कैब की व्यवस्था की।
तेतुलिया पहुंचने पर युवती को सहदुल मोल्ला को सौंपा
राकेश ने उसे तेंतुलिया से बलटी गांव तक छुड़वाया। तेतुलिया पहुंचने पर इस युवती को सहदुल मोल्ला, निवासी ग्राम- अमुदिया (मोल्ला पारा), स्वरूपनगर जिला: उत्तर 24 परगना को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराने के लिये सौंप दिया गया।
27 अगस्त को सीमा चौकी अमुदिया के पास पकड़ी गई
27 अगस्त को सहदुल मोल्ला (भारतीय दलाल) उक्त महिला को अपनी बाइक पर बिठा कर उसे बांग्लादेश ले जाने के लिये अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुचाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सीमा चौकी अमुदिया (टुनु गेट) के पास ही सीमा सुरक्षा बल ने तलाशी के दौरान उसे रोक लिया। खतरा भांपकर दलाल युवती को छोड़कर भाग खड़ा हुआ और युवती को हिरासत में ले लिया गया।
सीमा पार कराने को दलाल ने लिए थे 15,000 रुपये
पूछताछ के दौरान बांग्लादेशी युवती ने यह भी खुलासा किया कि राकेश तथा शाहदुल मोल्ला (भारतीय दलाल ) ने उसे बांग्लादेश जाने को सीमा पार कराने के लिए क्रमशः 10,000 तथा 5,000 रुपये लिए थे। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी युवती को स्वरूपनगर पुलिस थाने को सौंप दिया है।
जवानों की सतर्कता पूर्वक डयूटी का परिणाम है : कमांडेंट
इधर, 112 वीं वाहिनी, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर अरुण कुमार दहिया ने इस कार्रवाई के लिए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। साथ ही उन्होने बताया कि यह हमारे जवानों की सतर्कता और सावधानी पूर्वक डयूटी का परिणाम है। उन्होंने आगे बताया कि सीमा सुरक्षा बल, सीमा पर होने वाले अपराध औऱ तस्करी को रोकने के लिये जीरो टोलरेंस के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है जिसे अंजाम देने के लिए महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, सीमांत मुख्यालय दक्षिण बंगाल ने एक अभियान चलाया है।