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West Bengal: स्कूली बैग में दवाइयां व मोबाइल छुपाकर तस्करी की कोशिश, बीएसएफ ने दो छात्रों को रंगे हाथों पकड़ा

West Bengal उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी पानीतार इलाके की है जहां स्कूली बैग में दवाइयां और मोबाइल फोन को छिपाकर सीमावर्ती क्षेत्र के जरिए अवैध तरीके से बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।

By Priti JhaEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 11:10 AM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 11:10 AM (IST)
West Bengal: स्कूली बैग में दवाइयां व मोबाइल छुपाकर तस्करी की कोशिश, बीएसएफ ने दो छात्रों को रंगे हाथों पकड़ा
बीएसएफ ने दो छात्रों को रंगे हाथों पकड़ा

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। दक्षिण बंगाल बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की कड़ी निगरानी के मद्देनजर जवानों की आंखों में धूल झोंकने के लिए तस्कर आए दिन तस्करी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। यहां तक की तस्करी में शामिल गिरोह स्कूली छात्रों को भी चंद पैसे का लालच देकर उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि बीएसएफ के सतर्क जवान उनके हर मंसूबे को नाकाम कर रहे हैं। ताजा घटना उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी पानीतार इलाके की है जहां स्कूली बैग में दवाइयां और मोबाइल फोन को छिपाकर सीमावर्ती क्षेत्र के जरिए अवैध तरीके से बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।

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हालांकि सीमा चौकी पानीतार में तैनात 153 वाहिनी के सतर्क जवानों ने इसे भी नाकाम कर दिया और रंगे हाथों दो छात्रों (नाबालिग तस्करों) को गिरफ्तार किया। दोनों दसवीं कक्षा का छात्र है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि जब्त दवाइयों व मोबाइल फोन की अनुमानित कीमत 1,91,000 रुपये है।

बयान के मुताबिक, बल की खुफिया शाखा को सूचना मिली कि कुछ तस्कर गिरोह तस्करी के नए तरीके को अपनाते हुए छात्रों के स्कूली बैग में समान छुपाकर तस्करी को अंजाम देने की फ़िराक में हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर सीमा चौकी पानीतार, कोलकाता सेक्टर के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक स्पेशल ऐम्बुश लगाया। इस दौरान जवानों ने दो संदिग्ध छात्रों को दक्षिणपारा गांव की तरफ जाते हुए देखा। जब ऐम्बुश पार्टी ने दोनों को रोककर उसके बैग की तलाशी ली तो उसके अंदर से सात नये मोबाईल फोन और कुछ दवाइयां बरामद हुई, जिसे तस्करी के उदेश्य से बिना किसी उचित दस्तावेज के ले जाया जा रहा था।

ऐम्बुश पार्टी ने सभी वस्तुओं को जब्त कर लिया तथा दोनों ही छात्रों (संदिग्ध तस्करों) को हिरासत मे ले लिया। गिरफ्तार तस्करों की उम्र क्रमशः 17 व 16 वर्ष है। दोनों ही ग्राम-घोजाड़ांगा (दक्षिणपारा), पोस्ट-पानीतर, पुलिस स्टेशन –बसीरहाट के निवासी हैं। पूछताछ में पकड़े गए दोनों नाबालिग तस्करों ने बताया कि वे पानीतर हाई स्कूल में कक्षा 10वीं के छात्र हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उसे ये सामग्री रेसल हुसैन से इटिंडा बाजार में मिला था, जो त्रिमोहिनी पारा, बशीरहाट, जिला- उत्तर 24 परगना का निवासी है।इन सामग्रियों को बीएसएफ की डयूटी लाइन पार कर वापस रेसल हुसैन को देना था, जिसके लिए उन्हें 1000 रुपये मिलते। लेकिन डयूटी लाइन पार करने से पहले ही जवानों ने उसे पकड़ लिया।

तस्करी के लिए छात्रों का इस्तेमाल

दोनों छात्रों ने पूछताछ में आगे बताया कि रेसल हुसैन तस्करी के लिए और भी दूसरे छात्रों का इस्तेमाल करता है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पकड़े गए दोनों छात्रों को जब्त सामान के साथ बशीरहाट थाना के हवाले कर दिया है। साथ ही बीएसएफ ने एफआइआर भी दर्ज कराई है ताकि तस्करी में छात्रों का इस्तेमाल कर रहे रेसल हुसैन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की प्रशंसा की

इधर, 153 वाहिनी, बीएसएफ के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप तस्करों की नई चाल को नाकामयाब करते हुए दवाइयों और मोबाईल फोन के साथ दो नाबालिग तस्करों को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि उनके जवान सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए शून्य तस्करी के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं। 


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