West Bengal: बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा से तीन करोड़ से अधिक के 55 सोने के बिस्कुटों के साथ एक तस्कर को पकड़ा
तलाशी के दौरान घर में रखे हुए गमलों से 55 सोने के बिस्कुट मिले। पकड़े जाने के डर से सोने को गमले में छिपाकर रखा गया था। इसके बाद जवानों ने तस्कर को गिरफ्तार कर लिया और सोने के बिस्कुटों को अपने कब्जे में लेकर सीमा चौकी लेकर आए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत 158वीं वाहिनी के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए एक बार फिर सोने के बिस्कुटों की बड़ी खेप के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि तस्कर के पास से 55 सोने के बिस्कुट बरामद किए गए, जिसका वजन 6415.530 ग्राम है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत तीन करोड़ 26 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। बयान में बताया गया कि सोने के बिस्कुटों को चार अक्टूबर, मंगलवार को बीएसएफ की सीमा चौकी पीपली इलाके में एक घर से उस वक्त जब्त किया गया जब बांग्लादेश से तस्करी कर इसे भारत लाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के खुफिया विभाग से जानकारी मिली थी कि पीपली गांव के दिलीप अधिकारी को दो बांग्लादेशी तस्करों ने दिनांक तीन/चार अक्टूबर की मध्यरात्रि में भारी मात्रा में सोने के बिस्कुट दिए हैं।
गमलों में छिपा कर रखा था सोने के बिस्कुट
सूचना प्राप्त होते ही जवानों ने उक्त व्यक्ति के घर को चारों तरफ से घेर लिया और गांव के मुख्य लोगों को बुलाया और उनकी उपस्थिति में पूरे घर की गहन तलाशी ली। तलाशी के दौरान घर में रखे हुए गमलों से 55 सोने के बिस्कुट मिले। पकड़े जाने के डर से सोने को गमले में छिपाकर रखा गया था। इसके बाद जवानों ने तस्कर को गिरफ्तार कर लिया और सोने के बिस्कुटों को अपने कब्जे में लेकर उसे आगे की पूछताछ के लिए सीमा चौकी लेकर आए।
तस्कर ने किया स्वीकार, 15 सालों से तस्करी में है शामिल
पूछताछ के दौरान तस्कर ने स्वीकार किया कि वह पिछले 15 सालों से इस तरह की तस्करी में लिप्त है। आगे उसने बताया कि उसको ये बिस्कुट मध्यरात्रि को लगभग 1:45 बजे दो बांग्लादेशी तस्करों ने दिए थे। बांग्लादेशी तस्करों की पहचान शाहिद और कमल के रूप में हुई। ये बिस्कुट उन्होंने नामी तस्कर आशानूर, बांग्लादेश से लिए थे। आगे उसने बताया कि ये बिस्कुट उसे भारतीय तस्कर देवेन घोष को सौंपने थे। इस काम के लिए उसे प्रत्येक किलो पर 2,500 रुपये मिलने थे। लेकिन बीएसएफ ने इस काम को अंजाम देने से पहले ही पकड़ लिया।
सोना सहित तस्कर को कस्टम विभाग के हवाले किया
बीएसएफ ने पकड़े गए तस्कर को जब्त सोने के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंपा दिया है।इधर, इस सफलता पर 158वीं वाहिनी के कमांडिंग आफिसर ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की कड़ी निगरानी से तस्करों के मंसूबे लगातार ध्वस्त हो रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि सोने की इस बड़ी तस्करी में और भी लोगों की भागीदारी हो सकती है और इसके लिए हमारा खुफिया विभाग जांच में जुटा हुआ है।