भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट बीएसएफ की मवेशी तस्करों से झड़प, गोली लगने से एक तस्कर की मौत
बुधवार को तड़के ब्रह्मपुर सीमा चौकी के निकट सागरपाड़ा में झड़प शुरू हो गई थी। सीमा पर मवेशियों की तस्करी को बीएसएफ ने रोका तो तस्करों ने बोला हमला जवाबी कार्रवाई में लगी गोली। देसी पिस्तौलों से गोलियां चलाईं और बम फेंके। शरारती पक्ष का न घायल और न मौत।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के मुर्शीदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट तस्करों और बीएसएफ जवानों के बीच झड़प के दौरान गोली लगने से एक संदिग्ध मवेशी तस्कर की मौत हो गई। ये तस्कर 50-60 मवेशियों की तस्करी बांग्लादेश में करने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारी ने बताया कि जवानों ने तस्करों को ललकारा और उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन तस्करों ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर शरारती तत्व पक्ष का कोई भी व्यक्ति न तो घायल हुआ और न किसी की मौत हुई।
तस्करों ने देसी पिस्तौलों से गोलियां चलाईं और बम फेंके
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बीएसएफ की गश्त करने वाली एक टीम और करीब 150 की संख्या में मवेशी तस्करों के बीच बुधवार को तड़के ब्रह्मपुर सीमा चौकी के निकट सागरपाड़ा में झड़प शुरू हो गई थी। उन्होंने घातक हथियारों से बीएसएफ के जवानों पर हमला करने की कोशिश की। तस्करों ने देसी पिस्तौलों से गोलियां चलाईं और बम फेंके। आत्मरक्षा में बीएसएफ जवानों ने पंप एक्शन बंदूक से चार राउंड गोलियां और इंसास राइफल से चार गोलियां चलाईं।
शरारती तत्व पक्ष का न कोई घायल और न ही मौत हुई
अधिकारी ने कहा कि शाम को पता चला कि एक व्यक्ति को उसके कुछ परिचित लोग अस्पताल ले गए, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अगर वह ग्रामीण/शरारती तत्व इस गिरोह का सदस्य था तो बीएसएफ की गोली से घायल या मौत होने को नकारा नहीं जा सकता। घटनास्थल से चार मवेशी बरामद हुए। गौरतलब है कि चालू वर्ष 2020 में अभी तक दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के बीएसएफ कॢमयों ने तस्करी कर बांग्लादेश ले जाए जा रहे 6,224 मवेशियों को बचाया है।