बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने 382 याबा टैबलेट के साथ तस्कर को किया गिरफ्तार
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सजग जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले के स्वरूपनगर थाना क्षेत्र में तस्करी को नाकाम करते हुए 382 याबा टैबलेट के साथ एक तस्कर को पकड़ा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सजग जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले के स्वरूपनगर थाना क्षेत्र में एक बार फिर नशीले पदार्थों की तस्करी को नाकाम करते हुए 382 याबा टैबलेट (नशीली गोलियां) के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। प्रतिबंधित याबा की गोलियों को भारत से बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी। जब्त याबा गोलियों की अनुमानित मूल्य करीब 1.91 लाख रुपये है। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से शुक्रवार को एक बयान में कहा गया कि कोलकाता सेक्टर अंतर्गत 112वीं बटालियन के जवानों ने बीओपी आरसीकारी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास विशेष ऑपरेशन चलाकर यह याबा की गोलियां जब्त किया।
बताया गया कि गुरुवार शाम में सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में प्राप्त गुप्त सूचना के बाद जवानों ने बीओपी आरसीकारी इलाके में भारत- बांग्लादेश बॉर्डर रोड के पास विशेष नजरदारी शुरू की। इस दौरान बिठारी गांव की तरफ से आरसीकारी गांव की ओर नई स्कूटी से आ रहे एक संदिग्ध तस्कर की गतिविधि देखे जाने पर जवानों ने रोककर उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 382 पीस याबा टैबलेट बरामद किया गया। याबा टैबलेट को उसने अपनी स्कूटी में एक गुप्त स्थान पर छिपा कर रखा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति टैबलेट 500 रुपये मूल्य के हिसाब से इसकी कुल कीमत 1,91,000 रुपये है।
गिरफ्तार किए गए तस्कर का नाम इमादुल विश्वास (40) है। वह उत्तर 24 परगना जिले के स्वरूपनगर थाना अंतर्गत स्थानीय और आरसीकारी गांव का ही रहने वाला है। गिरफ्तार तस्कर का मुख्य उद्देश याबा टैबलेट को बांग्लादेश में तस्करी करना था। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जब्त याबा टैबलेट, स्कूटी व गिरफ्तार तस्कर को स्वरूपनगर थाने को सौंप दिया है। उल्लेखनीय है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के जवान लगातार अभियान चला रहे हैं। 2 दिन पहले भी बीएसएफ के 78वीं बटालियन के जवानों ने मुर्शिदाबाद जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा से 1,900 याबा टैबलेट के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों से इस साल अबतक 24,850 याबा की गोलियों को जब्त किया जा चुका है जब उसे बांग्लादेश में तस्करी का प्रयास किया जा रहा था।