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West bengal Crime : 3 महीने में दूसरी बार बांग्लादेशी महिला को सीमा पार कराते सिविक पुलिस को बीएसएफ ने दबोचा

West bengal Crime बीएसएफ ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से एक और सिविक पुलिस वालंटियर को मानव तस्करी के आरोप में पकड़ा है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 06:45 PM (IST)
West bengal Crime : 3 महीने में दूसरी बार बांग्लादेशी महिला को सीमा पार कराते सिविक पुलिस को बीएसएफ ने दबोचा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : खाकी की आड़ में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त कुछ पुलिस वाले अपने महकमे को कलंकित कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से एक और सिविक पुलिस वालंटियर को मानव तस्करी के आरोप में पकड़ा है। 

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आरोपित सिविक पुलिस वाला उत्तर 24 परगना के स्वरूप नगर थाने में तैनात

बीएसएफ की ओर से गुरुवार को एक बयान में बताया गया कि हाकीमपुर सीमा चौकी क्षेत्र से एक बांग्लादेशी महिला को अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराने में मदद करने के आरोप में बुधवार को उसे जवानों ने पकड़ा। आरोपित सिविक पुलिस वाला उत्तर 24 परगना के स्वरूप नगर थाने में तैनात है। उसका नाम विजय कुमार साहा है। वह स्वरूप नगर थाना अंतर्गत आरसीकारी गांव का रहने वाला है। 

बीएसएफ द्वारा इस इलाके से यह दूसरे सिविक पुलिस वालंटियर की गिरफ्तारी है

बीते 3 महीने में मानव तस्करी के आरोप में बीएसएफ द्वारा इस इलाके से यह दूसरे सिविक पुलिस वालंटियर की गिरफ्तारी है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को हाकीमपुर चेक पोस्ट के पास रूटीन तालाशी के दौरान जवानों ने एक संदिग्ध महिला को उस समय हिरासत में लिया जब वह मानव तस्करी के दलालों की मदद से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रही थी। 

2 दिन पहले वह काम की तलाश में सीमा अवैध तरीक़े से पार कर भारत आई

पूछताछ में महिला ने बताया कि वह बांग्लादेश के खुलना जिले की रहने वाली है और 2 दिन पहले वह काम की तलाश में अज्ञात जगह से अन्तर्राष्ट्रीय सीमा को अवैध तरीक़े से पार कर भारत आई थी।

लॉकडाउन के कारण उसे कोई काम न मिला फि‍र बांग्लादेश लौटने का फैसला  

भारत आने के बाद वह उत्तर 24 परगना के बारासात गई और अपनी आजीविका के लिए किसी काम की तलाश की लेकिन लॉकडाउन के कारण उसे कोई काम नहीं मिला इसलिए उसने वापस बांग्लादेश लौटने का फैसला किया। बांग्लादेश लौटते समय 8 सितंबर, मंगलवार को रात करीब 10 बजे सिविक पुलिस के जवानों ने उसे सीमावर्ती गांव स्वरूपदा के पास पकड़ लिया और उसे स्वरूपनगर थाना ले गए। 

बांग्लादेशी महिला से अवैध सीमा पार कराने के लिए 50 हजार रुपये मांगे थे

महिला ने बताया कि इसके बाद सिविक पुलिस वाले ने अवैध क्रासिंग के माध्यम से बांग्लादेश में पहुंचाने के लिए उससे 50,000 रुपये की मांग की। लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे। फिर सिविक पुलिस कर्मी (विजय कुमार साहा) ने उसे अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से उसके खाते में पैसे स्थानांतरित करने के लिए कहा, लेकिन उसने पैसे स्थानांतरित करने से इनकार कर दिया और कहा कि उसके बटुए में केवल 5,000 रुपये हैं। तब उस सिविक पुलिस कर्मी ने उसे अवैध रूप से बांग्लादेश ले जाने के लिए उससे 5,000 रुपये ले लिए। 

सिविक पुलिस वाले ने रात में बांग्लादेशी महिला को एक अज्ञात घर में रुकवाया

इसके पश्चात रात में वह सिविक पुलिस कर्मी स्वरूपनगर थाना से बांग्लादेशी महिला को अपनी बाइक पर ग्राम स्वरूपदा ले गया और उसे एक अज्ञात घर में रात को रखा। फिर बुधवार सुबह में विजय साहा ने किसी अज्ञात व्यक्ति (भारतीय दलाल) के साथ उसके पास आया और उपरोक्त महिला को उस अज्ञात व्यक्ति को  अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कर बांग्लादेश भेजने के लिए सौंप दिया। 

सीमा सुरक्षा बल की चेक पोस्ट हाकीमपुर की दिशा से बांग्लादेश पहुंचाने की तैयारी

उस अज्ञात मानव तस्कर ने उसको सीमा सुरक्षा बल की चेक पोस्ट हाकीमपुर की दिशा में जाने को कह दिया और कहा कि उसके बाद वह बांग्लादेश पहुंच जाएगी। लेकिन रास्ते मे ही बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया।  

महिला की निशानदेही पर हाकीमपुर बस स्टैंड के पास से सिविक पुलिस कर्मी पकड़ा 

बंगलादेशी महिला के बयान के आधार पर बीएसएफ के जवानों ने सिविक पुलिस कर्मी विजय कुमार साहा को उसी दिन हाकीमपुर बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी वह एक अन्य बांग्लादेशी व्यक्ति को अवैध रूप से सीमा की तरफ भेजने की कोशिश कर रहा था। 

बांग्लादेशी महिला और सिविक पुलिस कर्मी को स्वरूपनगर पुलिस स्टेशन को सौंपा  

बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी महिला और सिविक पुलिस कर्मी को स्वरूपनगर पुलिस स्टेशन को सौंप दिया है। साथ ही इस मामले में उसके खिलाफ एक एफआइआर भी  दर्ज करवाई है। 

मानव तस्करी में सिविक पुलिस वालंटियरों का शामिल होना गंभीर मुद्दा : बीएसएफ

बीएसएफ के अनुसार, मानव तस्करी में सिविक पुलिस वालंटियरों का शामिल होना एक गंभीर मुद्दा है और पिछले 3 महीनों में यह दूसरी घटना घटी है जिसमें सिविक पुलिस वालंटियर मानव तस्करी करते हुए बीएसएफ द्वारा पकड़ा गया है। 

मानव तस्करी में लिप्त सिविक पुलिस वालंटियरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी

बीएसएफ ने यह मामला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाया है और उन्हें यह आश्वासन मिला है कि मानव तस्करी में लिप्त सिविक पुलिस वालंटियरों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। 

बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर अरुण कुमार ने की जवानों की सफलता पर खुशी व्यक्त

इधर, 112वीं बटालियन, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर अरुण कुमार ने अपने जवानों की इस सफलता पर खुशी व्यक्त की जिसके परिणामस्वरूप 1 सिविक पुलिस और 1 बांग्लादेशी महिला को पकड़ा जा सका।


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