बीएसएफ और बीजीबी में सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं में कमी लाने पर सहमति
तीन दिन तक चली बातचीत में प्रभावी रूप से सीमा प्रबंधन के मुद्दों पर चर्चा की गई। सम्मेलन में तस्करी रोधी अभियान संयुक्त रूप से गश्त व बाड़ की सुरक्षा सहित अन्य विषयों पर हुई बातचीत। बीएसएफ और बीजीबी में सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं में कमी लाने पर सहमति
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने कोलकाता में आयोजित तीन दिवसीय आइजी स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन के दौरान भारत-बांग्लादेश सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं में कमी लाने के वास्ते संयुक्त योजना बनाने पर काम करने का निर्णय लिया। बीएसएफ की ओर से एक बयान में यह जानकारी दी गई।
वक्तव्य में कहा गया कि तीन दिन तक चली बातचीत में प्रभावी रूप से सीमा प्रबंधन के मुद्दों पर चर्चा की गई। तस्करी रोधी अभियान, संयुक्त रूप से गश्त करना, सीमा पर लगी बाड़ की सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय सीमा के नियमों का पालन करना और सीमापार आवागमन जैसे विषयों पर बातचीत हुई।
बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी अश्विनी कुमार सिंह ने कहा, “हमने गोलीबारी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। हमने कई उपायों पर बात की जिनसे गोलीबारी की घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।” सिंह ने बताया कि सम्मेलन के दौरान दोनों बलों ने ड्रग्स तस्करी पर अंकुश लगाने व इस धंधे से जुड़े अपराधियों की धड़-पकड़ के लिए अब वास्तविक समय की जानकारी (रियल टाइम इंफॉरमेशन) साझा करने पर भी सहमति व्यक्त की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे ड्रग्स तस्करी पर अंकुश लगाने व इस अवैध धंधे से जुड़े लोगों पर कार्रवाई में और मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान अवैध घुसपैठ, लंबित विकासात्मक कार्य, सीमा पर बाड़ लगाने, आपसी हित व सीमा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि इस दौरान सीमा पार अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त मोर्चे पर अपनी सतर्कता कायम करने, संयुक्त रूप से और अधिक सख्ती से काम करने व पेट्रोलिंग बढ़ाने का फैसला लिया गया। सिंह ने इस सम्मेलन को पूरी तरह सफल बताया और कहा कि इससे दोनों बलों के बीच विश्वास और बढ़ेगा।
गौरतलब है कि तीन दिवसीय यह सम्मेलन 9 से 11 दिसंबर तक कोलकाता में बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय में आयोजित हुआ। सम्मेलन के दौरान दोनों दलों के बीच जिन मुद्दों पर सहमति बनी उसको लेकर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया गया, जिसका दोनों देशों के अधिकारियों ने आदान- प्रदान किया।