BJP Nabbana March : भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने नड्डा को सौंपी रिपोर्ट, सीबीआइ जांच की सिफारिश की
नवान्न मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं पर निर्ममतापूर्वक अत्याचार का लगाया आरोप। पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल। टीएमसी के इशारे पर काम करने का आरोप। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को शनिवार को रिपोर्ट सौंपते फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य। स्त्रोत भाजपा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में बीते 13 सितंबर को विपक्षी भाजपा के राज्य सचिवालय नवान्न मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस अत्याचार की जांच के लिए गठित पार्टी की फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी। भाजपा अध्यक्ष ने पांच सदस्यीय इस टीम का गठन किया था जिसके बाद पिछले हफ्ते इसके सदस्यों ने कोलकाता का दौरा कर घायल कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी।
घटना की जांच की मांग
जांच टीम ने 25 पन्ने की अपनी रिपोर्ट में पुलिस की भूमिका व कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाते हुए इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने की सिफारिश की है। टीम ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस ने शांतिपूर्ण मार्च में हिस्सा ले रहे कार्यकर्ताओं की निर्ममता से पिटाई की। यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता घायल हुए। राज्य पुलिस द्वारा इसकी निष्पक्ष जांच संभव नहीं है, क्योंकि उनकी टीएमसी के साथ मिलीभगत है। इसीलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआइ से होने पर ही कार्यकर्ताओं को न्याय मिलेगा। इसके साथ ही टीम ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से भी कोलकाता जाकर इस घटना की जांच की मांग की है।
पार्टी की फासीवादी मानसिकता
फैक्ट फाइंडिंग टीम में शामिल राज्यसभा सदस्य व यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल, सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर, सांसद अपराजिता सारंगी, राज्यसभा सदस्य समीर उरांव और पूर्व सांसद सुनील जाखड़ ने नड्डा से मिलकर रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी के बयान का भी उल्लेख करते हुए कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल के सेकंड-इन-कमांडकी टिप्पणी से पता चलता है कि उनकी पार्टी की फासीवादी मानसिकता क्या है?
टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी
बता दें कि नवान्न मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प की घटना के अगले दिन अभिषेक ने एक घायल पुलिस अधिकारी से अस्पताल में मिलकर कहा था कि यदि आपकी जगह मैं रहता तो सिर में गोली मार देता। रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 सितंबर को पुलिस को कार्यकर्ताओं पर अत्याचार के लिए टीएमसी के आकाओं का निर्देश मिला था। बता दें कि टीम के सदस्यों ने कोलकाता में घायल भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनसे पूरी घटना की जानकारी ली थी। उसके बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है।