West Bengal: झंडा फहराने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में भाजपा के 12 घंटे बंद का खासा असर
Independence Day 2020 झंडा फहराने को लेकर भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में खानाखुल में भाजपा के 12 घंटे बंद का खासा असर
कोलकता, राज्य ब्यूरो। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडा फहराने को लेकर विवाद में भाजपा कार्यकर्ता सुदर्शन प्रमाणिक की कथित तौर पर हत्या के विरोध में रविवार को भाजपा द्वारा बुलाए गए 12 घंटे के बंद का बंगाल के हुगली जिले के खानाकुल इलाके में खासा असर देखने को मिला। सुबह से ही खानाकुल इलाके में सभी दुकान, बाजार आदि बंद रहे। सड़कें भी पूरी तरह सुनसान नजर आई और वाहनों की आवाजाही ना के बराबर दिखी।
इस हत्याकांड के विरोध में जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया। खानाकुल के भाजपा नेता विमान घोष का कहना है कि हत्या के प्रतिवाद में बंद का स्थानीय लोगों का भारी समर्थन मिला है।इधर, इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने अबतक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जो भी इसमें लिप्त होगा उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मालूम हो कि स्वतंत्रता दिवस के दिन खानाकुल थाना क्षेत्र के नतीबपुर इलाके के हरिजन पाड़ा में झंडा फहराने को लेकर हुए राजनीति संघर्ष में शनिवार को सुदर्शन प्रमाणिक की धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई थी।
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष का कहना है कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की हत्या करके सत्ताधारी पार्टी हमारा मुंह बंद करना चाह रही है।
दूसरी ओर, जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष दिलीप यादव का कहना है कि यह भाजपा की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है जिसके कारण यह हत्या हुई है। तृणमूल कांग्रेस खून की राजनीति पर विश्वास नहीं करती। उधर, सुदर्शन प्रमाणिक की हत्या के बाद शनिवार दोपहर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ करके उसे आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद खानाकुल इलाके में जगह-जगह अवरोध कर प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताया।
यहां तक कि पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने उनका भी घेराव किया। स्थित बेकाबू होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। भाजपा नेता की हत्या की सूचना पाकर भाजपा के दो सांसद सौमित्र खां एवं ज्योतिप्रिय सिंह महतो घटनास्थल पर पहुंचे थे।