भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा-बंगाल में विस चुनाव से पहले सीएए को दी जाएगी प्राथमिकता
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा-राष्ट्रपति शासन लागू किए बिना सूबे में स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से विधानसभा चुनाव कराना संभव नहीं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को राजनीतिक हत्याओं और सीमावर्ती इलाकों में अधिकारियों की गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता के बारे जानकारी दी जाएगी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि केंद्र सरकार व भाजपा, दोनों ही बंगाल में रह रहे शरणार्थियों की तकलीफों को दूर करना चाहती है। विजयवर्गीय ने आगे कहा-'केंद्र सरकार ने पड़ोसी देशों से यहां आए शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए ईमानदार तरीके से सीएए को पारित किया था लेकिन इसके खिलाफ अदालत में कुछ याचिकाएं दायर की गई हैं। हमें उम्मीद है कि महामारी के बाद जब स्थिति सामान्य होगी तो इसपर कोई फैसला हो जाएगा। हम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सीएए को लागू करने को प्राथमिकता देंगे।'
राष्ट्रपति शासन लागू किए बिना स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से विस चुनाव संभव नहीं
विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किए बिना स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से विस चुनाव कराना संभव नहीं है। उन्होंने +हा कि बंगाल आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को यहां हो रही राजनीतिक हत्याओं और सीमावर्ती इलाकों में कुछ अधिकारियों की गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता के बारे में जानकारी दी जाएगी।
ममता के आतंक राज के कारण भाजपा में शामिल नहीं हो पा रहे तृणमूल नेता
पूछे जाने पर कि क्या भाजपा नेता तृणमूल कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी के संपर्क में हैं, तो इसपर विजयवर्गीय ने कहा-'यह तृणमूल का आंतरिक मामला है। अगर शुभेंदु हमसे संपर्क करेंगे तो हम उनसे बातचीत कर कोई फैसला लेंगे।हम फिलहाल संपर्क में नहीं हैं। विजयवर्गीय ने कहा-' तृणमूल के कई नेता भाजपा में शामिल होना चाहते हैं लेकिन ममता बनर्जी के आतंक राज के कारण ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
ममता से दोबारा हाथ मिलाकर बिमल ने गोरखा समुदाय के साथ किया धोखा
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख बिमल गुरुंग के दोबारा तृणमूल से हाथ मिलाने पर विजयवर्गीय ने कहा-'इसका राजग पर खास असर नहीं पड़ेगा। गोरखा समुदाय को इस बात का अहसास हो गया है कि बिमल गुरुंग ने दोबारा ममता बनर्जी की पार्टी से हाथ मिलाकर उनके साथ धोखा किया है।'
विजयवर्गीय ने कहा-चिंता करने की कोई बात नहीं है पार्टी पर भी कोई असर नहीं
प्रदेश भाजपा के अंदरूनी मतभेद को तवज्जो न देते हुए विजयवर्गीय ने कहा-'यह छोटा-मोटा मामला है। इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है और इसका पार्टी पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा। बंगाल में भाजपा की स्थिति दिन-ब-दिन मजबूत होती जा रही है। हमारा वोट प्रतिशत चार से बढ़कर 40 फीसद हो गया है। हम बंगाल में अब बड़े जनाधार वाली पार्टी हैं।'