त्रिपुरा के भाजपा विधायक दास ने ममता को बताया बंगाल की ‘मां, माटी, मानुष’ की असली नेता, तृणमूल में शामिल होने की चर्चा
त्रिपुरा के भाजपा विधायक पहुंचे कोलकाता। कहा कि भवानीपुर के मतदाताओं ने दिखाया कि वे चाहते हैं कि ममता बनर्जी एक दिन देश की कमान संभालें। अगर ममता दीदी प्रधानमंत्री बनती है तो यह बंगालियों के साथ न्याय होगा और दशकों की गलती को ठीक कर देगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है। दास ने कोलकाता में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल की ‘मां, माटी, मानुष की असली नेता’ बताया और कहा कि अगर भविष्य में वह प्रधानमंत्री बनती हैं तो यह प्रत्येक बंगाली के लिए गर्व की बात होगी। ‘निजी कारणों’ से कोलकाता आने की बात कहने वाले दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने समावेशी विकास के माडल से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीयों के दिल जीते थे, लेकिन वह अपने वादों से लड़खड़ा गए। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सरकार की हिस्सेदारी बेचने और ईंधन के बढ़ते दामों के लिए मोदी की आलोचना भी की। बहरहाल, उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वह भाजपा छोड़ेंगे।
दास ने कहा कि उन्हें मंगलवार को कालीघाट में कुछ ‘निजी काम’ था। कालीघाट इलाके में ही ममता का आवास है। दास ने कहा कि भवानीपुर उपचुनाव में उनकी भारी जीत बंगाल के लोगों के बीच उनकी अपार लोकप्रियता का एक और प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भवानीपुर के मतदाताओं ने दिखाया कि वे चाहते हैं कि ममता बनर्जी एक दिन देश की कमान संभालें। उन्होंने कहा कि इस जीत ने उनके आने वाले दिनों में विपक्षी दलों का चेहरा बनने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
दास ने कहा कि हालांकि बंगाल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में शानदार भूमिका निभाई, लेकिन उसे इतने वर्षों में राजनीतिक क्षेत्र में उतनी पहचान नहीं मिली जिसका वह हकदार था। अगर ममता दीदी प्रधानमंत्री बनती है तो यह बंगालियों के साथ न्याय होगा और दशकों की गलती को ठीक कर देगा। यह सभी बंगालियों के लिए गर्व की बात होगी। साथ ही इंदिरा गांधी के बाद देश में सत्ता एक महिला संभालेगी।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनावों में मिली भारी जीत के बाद त्रिपुरा में जीत दर्ज करने की उम्मीद कर रही है। उसने 2023 के विधानसभा चुनावों में वहां बिप्लब देब की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य में लोगों तक पहुंचने के लिए एक अभियान चलाया है।