रेलवे में नौकरी व धोखाधड़ी मामले में चार्जशीट से गायब है भाजपा नेता मुकुल रॉय का नाम
रेलवे में नौकरी और रेलवे की क्षेत्रीय समिति की सदस्यता में धोखाधड़ी को लेकर दर्ज एफआइआर में भाजपा के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय का नाम है जबकि कोलकाता पुलिस द़वारा दर्ज आरोप पत्र से नाम गायब है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता पुलिस ने रेलवे में नौकरी और रेलवे की क्षेत्रीय समिति की सदस्यता में धोखाधड़ी के मामले के आरोपपत्र में भाजपा नेता मुकुल रॉय के नाम का उल्लेख नहीं किया है। हालांकि एफआइआर में मुकुल रॉय का नाम था। सरसुना थाना इलाके की इस घटना में शुक्रवार को अलीपुर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। जबकि एफआइआर में आरोपित अन्य लोगों के नाम चार्जशीट में हैं, जबकि भाजपा के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय का नाम नहीं है।
मुकुल रॉय का नाम का उल्लेख राज्य की खुफिया एजेंसी सीआइडी द्वारा तृणमूल विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या के मामले में दायर दो आरोपपत्रों में से एक में किया गया था, लेकिन अंत में उन पर आरोप नहीं लगाया गया। बताते चलें कि भाजपा की मजदूर शाखा का नेता होने का दावा करने वाले बबन घोष के खिलाफ एक व्यापारी संटू गांगुली ने धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज कराया था।
गांगुली ने आरोप लगाया था कि घोष ने रॉय का नाम लेकर जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमेटी की सदस्यता दिलाने का भरोसा दिया था और इसके एवज में रिश्वत के तौर पर उनसे लाखों रुपये वसूले थे। कोलकाता पुलिस के हाथों घोष की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में रॉय का नाम सामने आने के बाद उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।