बंगाल फतह के लिए एक्शन मोड में भाजपा, गठित की 117 लोगों की टीम, विस चुनाव की गतिविधियों पर रखेगी नजर
मिशन बंगाल- चुनाव से संबंधित सभी चीजों पर नजर रखेगी यह टीमें। स्वयं गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा टीम पर रखेंगे निगरानी। भाजपा ने साल 2019 में लोस चुनाव में बंगाल में 40 फीसद वोट हासिल किया था और 42 में से 18 सीटें जीतकर चौंकाया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अभी से अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। ममता बनर्जी को मात देकर राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी कड़ी में बंगाल में भाजपा ने अब 117 सदस्यीय टीम तैयार की है, जो चुनाव से संबंधित चीजों पर नजर रखेगी। खास बात है कि यह टीम सीधे गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की निगरानी में काम करेगी। बंगाल में अप्रैल-मई 2021 में चुनाव होने हैं। बता दें कि भाजपा ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बंगाल में 40 फीसद वोट शेयर हासिल किया था और 42 में से 18 सीटें जीत कर सबको चौंका दिया था।
हर महीने कुछ दिनों के लिए राज्य का दौरा करेंगे
वहीं, अब विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार भाजपा ने बंगाल में इतनी बड़ी संख्या में चुनावी कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की है। भाजपा की 117 सदस्यीय टीमों को 31 इकाइयों में बांटा गया है। ये टीमें पार्टी के अभियान, तालमेल, डेटा और बूथ समेत सभी चुनावी तैयारियों पर निगरानी करेंगी। इस टीम की निगरानी करने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा विधानसभा चुनाव तक हर महीने कुछ दिनों के लिए राज्य का दौरा करेंगे।
पांच केंद्रीय स्तर के नेताओं को दायित्व दिया है
दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ काम करने के लिए दिल्ली और दूसरे राज्यों से भाजपा के 294 नेता भी यहां पहुंच रहे हैं। इससे पहले हाल में पार्टी ने बूथ स्तर तक की तैयारियों के लिए पहली बार केंद्र से पांच नेताओं को भेजा है। इसमें बंगाल को सांगठनिक स्तर पर पांच जोन में बांटने के बाद पांच केंद्रीय स्तर के नेताओं को दायित्व दिया है।
कुछ टुकड़ियों में केवल एक राज्य स्तर का नेता
इसके अलावा पार्टी ने टीवी और मीडिया में दिए जाने वाले इंटरव्यू के लिए अलग से टीम गठित की है। एक भाजपा नेता ने बताया, 'कुछ इकाइयों में सांसद और विधायक समेत राज्य के नेता रहेंगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता इनका नेतृत्व करेंगे जबकि कुछ टुकड़ियों में केवल एक राज्य स्तर का नेता होगा।'