राज्यपाल से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल
प्रदेश भाजपा इकाई की ओर से बुधवार को भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिला और राज्य में बदहाल कानून व्यवस्था पर हस्तक्षेप की मांग की गई। राज्यपाल से तीन नगर निगम चुनावों में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। प्रदेश भाजपा इकाई की ओर से बुधवार को भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिला और राज्य में बदहाल कानून व्यवस्था पर हस्तक्षेप की मांग की गई। साथ ही प्रतिनिधिमंडल द्वारा राज्यपाल से तीन नगर निगम चुनावों में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया।
कानून व्यवस्था के बदहाली के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि हमारी शिकायत को राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है और इस पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल इस बाबत बेहद गंभीर और चिंतित हैं।
राहुल ने आगे कहा कि उन्होंने राज्यपाल से बीरभूम जिले का दौरा कर वहां की वास्तविक स्थिति का मुआयना करने का निवेदन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता जिले में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहे हैं। इस दौरान राहुल ने कहा कि पश्चिम बंगाल दुष्कर्मियों का प्रदेश बन गया है और यहां महिलाएं खुद को सुरक्षित नहीं महसूस करती।
ममता को आड़े हाथों लेते हुए राहुल ने कहा कि महिला हक की बात करने वाली ममता 21 जुलाई के मंच से एक बार भी महिलाओं के हित की बात करते नहीं देखी गई। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी की ओर से राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह, प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष राहुल सिन्हा, विधायक शमीक भïट्टाचार्य व अन्य शामिल रहे।
विस चुनाव में भाजपा को नहीं गठबंधन की जरूरत: सिद्धार्थ
जागरण संवाददाता, कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि पार्टी 2016 का विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ेगी। यहां राज्यपाल भवन के समक्ष सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्र्रेस और माकपा में गठबंधन की पहल पहले ही शुरू हो गई है लेकिन भाजपा माकपा व कांग्र्रेस से गठबंधन की बात सपने में भी नहीं सोच सकती।
उन्होंने कहा कि 21 जुलाई के संबोधन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केवल भाजपा को कोसती रहीं तो इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि ममता भी समझती हैं कि विधानसभा चुनाव में केवल भाजपा ही तृणमूल कांग्र्रेस की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी है। सिंह ने राज्य में बदहाल कानून व्यवस्था का ठिकरा ममता सरकार पर फोड़ा।