स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर भाजपा व तृणमूल की रैली, दिलीप घोष बोले- उनके विचार आत्मसात करें
सियासत- तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने लगाया आरोप भाजपा चुनाव से पहले विवेकानंद का इस्तेमाल कर रही है। भाजपा का पलटवार पार्टी शुरू से ही विवेकानंद के प्रति श्रद्धा रखती है तृणमूल को चुनाव से पहले आई है विवेकानंद की याद।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कुछ माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की 158वीं जन्मतिथि के मौके पर भी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर राजनीति हुई। बंगाल भाजपा ने विवेकानंद की जयंती पर उनके सम्मान में कोलकाता के श्याम बाजार से लेकर उनके पैतृक आवास शिमला स्ट्रीट तक भव्य रैली निकाली। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने रैली का नेतृत्व किया, जिसमें पार्टी के सभी बड़े नेताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं, युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में विवेकानंद जयंती पर गोलपार्क से हाजरा तक विशाल जुलूस निकाला गया। इसमें बड़ी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता मौजूद थे।
रैली निकालकर एक दूसरे पर सियासी हमला बोला
विवेकानंद की जयंती पर दोनों दलों ने रैली निकालकर एक दूसरे पर सियासी हमला भी बोला। भाजपा की रैली का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि स्वामी विवेकानंद द्वारा दिखाया गया रास्ता ‘‘युवाओं के लिए पथ प्रदर्शित करने वाला प्रकाश है।’’उन्होंने कहा, ‘‘हमें उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए और उनके पद चिन्हों पर चलते हुए बेहतर कल की ओर बढ़ना चाहिए।’’
राहुल सिन्हा और जयप्रकाश मजूमदार हुए शामिल
स्वामीजी के पोस्टर, तस्वीरें और गुब्बारे हाथों में लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली में भाग लिया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और राज्य के अन्य नेताओं जैसे राहुल सिन्हा और जयप्रकाश मजूमदार ने भी रैली में भाग लिया।
चुनाव के चलते तृकां को विवेकानंद की याद आई
दूसरी ओर, तृणमूल की रैली का नेतृत्व कर रहे सांसद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव से पहले विवेकानंद का इस्तेमाल कर रही है। इसके जवाब में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा भाजपा शुरू से ही विवेकानंद के प्रति श्रद्धा रखती है लेकिन तृणमूल को चुनाव के चलते विवेकानंद की याद आई है।