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अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग!, त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों के नतीजों को भाजपा व तृणमूल कांग्रेस बता रहे अपनी सफलता

त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों के नतीजों को भाजपा व तृणमूल कांग्रेस बता रहे अपनी सफलता तृणमूल की त्रिपुरा में नगण्य उपस्थिति थी फिर भी उसने 20 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया है। तृणमूल ने बमुश्किल तीन महीने पहले त्रिपुरा में अपनी गतिविधियां शुरू की थी।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 10:11 AM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 10:11 AM (IST)
त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों के नतीजों को भाजपा व तृणमूल कांग्रेस बता रहे अपनी सफलता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों के नतीजों को लेकर भाजपा व तृणमूल कांग्रेस अपना-अपना राग अलाप रहे हैं। वहां के नगर निकायों के कई वार्डों में माकपा को पीछे छोड़कर मुख्य विरोधी दल के रूप में उभरने वाली तृणमूल ने कहा कि वहां नवागत होने के बावजूद उसका प्रदर्शन असाधारण रहा है। यह वहां 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को दर्शाता है। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि यह उनकी पार्टी के लिए 'असाधारण' है।

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तृणमूल की त्रिपुरा में नगण्य उपस्थिति थी, फिर भी उसने 20 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया है। तृणमूल ने बमुश्किल तीन महीने पहले त्रिपुरा में अपनी गतिविधियां शुरू की थी। तृणमूल के बंगाल महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि उनकी पार्टी वहां सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा की गई हिंसा के बावजूद कई सीटों पर दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रही है। यह 2023 में तृणमूल की जीत की नींव रखेगा। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल वहां की जनता के एक बड़े वर्ग का समर्थन हासिल करने में सफल रही है। उन्होंने त्रिपुरा में पुलिस और राज्य चुनाव आयोग पर भगवा पार्टी का पक्ष लेने का आरोप लगाया। घोष ने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके प्रयासों के लिए और त्रिपुरा के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

दूसरी तरफ भाजपा ने त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों में अपनी जबर्दस्त जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि नतीजों ने त्रिपुरा में तृणमूल के पैठ बनाने के झूठे दावे को उजागर कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि उनकी पार्टी का त्रिपुरा के लोगों के साथ एक मजबूत बंधन है। तृणमूल त्रिपुरा में अपना खाता तक नहीं खोल पाती, अगर भाजपा एक सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला नहीं करती। यह चुनाव परिणाम अपेक्षित है।

वहीं नंदीग्राम से भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने त्रिपुरा के भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हम बंगाल कीभ्रष्ट और फांसीवादी तोलामूल (जबरन वसूलीवादी) पार्टी का सफाया करने के लिए त्रिपुरा के लोगों के आभारी हैं। 


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