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फर्जी वैक्सीन घोटाला मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, कोलकाता में 10 स्थानों पर की छापेमारी

Fake Vaccine Scam बंगाल में फर्जी वैक्सीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 10 स्थानों पर छापेमारी की। कोलकाता में फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन कैंप के मामले में फर्जी आइएएस अधिकारी देबांजन देब को पुलिस ने पकड़ा था और जब पूछताछ हुई तो कई हैरान करने वाले खुलासे भी हुए।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 12:34 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 12:34 PM (IST)
बंगाल में फर्जी वैक्सीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 10 स्थानों पर छापेमारी की

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में फर्जी वैक्सीन घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी कोलकाता में सुबह से 10 स्थानों पर छापेमारी की है। ईडी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इनमें फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन कैंप के मामले में पुलिस द्वारा पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए फर्जी आइएएस अधिकारी व मुख्य आरोपित देबांजन देब के आवास पर भी ईडी ने छापेमारी की है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल कोविड से संबंधित छह अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। इनमें दवाओं और वैक्सीन की जमाखोरी, कालाबाजारी या नकली दवाओं की आपूर्ति के मामले शामिल थे। ईडी ने अब तक इस मामले में मनी लांड्रिंग में लिप्त या मदद करने वाले कई लोगों को अब तक तलब किया है और उनसे पूछताछ की है।

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क्या है पूरा मामला

दरअसल, कोलकाता में फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन कैंप के मामले में फर्जी आइएएस अधिकारी देबांजन देब को पुलिस ने पकड़ा था और जब पूछताछ हुई तो कई हैरान करने वाले खुलासे भी हुए। आरोपित ने पुलिस को बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन कैंप में कोविशील्ड की जगह निमोनिया की वैक्सीन लगाई जा रही थी। देबांजन देब के सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कई नेताओं से संपर्क की बात कही गई जिसकी जांच भी हो रही है।

पुलिस के मुताबिक आरोपित देबांजन देब कोविशील्ड के ग्राफिक्स को प्रिंट करके वैक्सीन पर लगाता था। यह भी पता चला है कि पिछले साल देबांजन ने सैनिटाइजर का कारोबार शुरू किया था। वो सैनेटाइजर भी नकली निकला था। देबांजन चार से पांच बार कैंप लगाकर करीब दो सौ लोगों को नकली वैक्सीन की डोज दे चुका है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद व अभिनेत्री मिमि चक्रवर्ती भी इसका शिकार हो गईं थी और उन्होंने देब के कैंप में फर्जी टीका लगवा लिया था। फर्जी टीकाकरण मामले में देबांजन देब समेत आठ लोगों के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने आरोप पत्र भी हाल में दाखिल किया है। इनमें हत्या सहित अन्य आरोप लगाए गए हैं।

फर्जी आईएएस अधिकारी पर कई मामले दर्ज

अधिकारियों के अनुसार एक निजी कंपनी ने 172 कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए देब को करीब 1.2 लाख रुपये देने का दावा करते हुए कसबा पुलिस थाना में एक शिकायत दर्ज कराई थी। दूसरी शिकायत एक ठेकेदार ने दर्ज कराई जिसने एक स्टेडियम के निर्माण को लेकर निविदा के लिए उसे 90 लाख रुपये देने का दावा किया। वहीं तीसरी शिकायत एक दवा कंपनी ने दर्ज कराई है जिसने निविदा के लिए देब को चार लाख रुपये भुगतान करने का दावा किया।


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