रोहिंग्या मुद्दे पर बनीं बंगाली फीचर फिल्म कोलकाता फिल्म महोत्सव में की गईं प्रदर्शित
म्यांमार की स्थिति और पड़ोसी देश में रोहिंग्या के शरण लेने के बाद इसके नतीजों के बारे में विभिन्न प्रकाशनों और अन्य स्त्रोतों से शोध करने के बाद यह फिल्म बनाई गई थी। यह फिल्म कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के एशियन सिलेक्ट सेक्शन में है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : रोहिंग्या मुद्दे पर बंगाली फीचर फिल्म 'प्रियो चिनार पाटा, इति सेगुन 26वें कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (केआइएफएफ) में प्रदर्शित की गई। यह फिल्म एक रोहिंग्या पर बनाई गई है। रोहिंग्या शरणार्थियों पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन नवोदित निर्देशक कुमर चौधरी ने किया है।
एशियन सिलेक्ट सेक्शन में फिल्म
चौधरी ने मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं को बताया कि म्यांमार की स्थिति और पड़ोसी देश में रोहिंग्या के शरण लेने के बाद इसके नतीजों के बारे में विभिन्न प्रकाशनों और अन्य स्त्रोतों से शोध करने के बाद यह फिल्म बनाई गई थी। यह फिल्म कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के एशियन सिलेक्ट सेक्शन में है। प्रकाशित दृश्य ने आघात पहुंचाया
चौधरी ने बताया कि उन्हें पहली बार अखबारों में प्रकाशित कुर्द पृष्ठभूमि के एक सीरियाई बच्चे की छवि ने आघात पहुंचाया था, जो शरणार्थियों और बेघरों के ठिकानों को दर्शाता है और फिर 2012 में रोहिंग्या पर एक बांग्लादेशी लेखक द्वारा लिखी पुस्तक में प्रकाशित दृश्य ने आघात पहुंचाया था।
समापन 15 जनवरी को होगा
उन्होंने बताया कि इस फिल्म में काल्पनिक तत्व हैं और यह एक लड़की की वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है, जिसकी कहानी एक पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। फिल्म निर्देशक राज्य में एक घर में लड़की से मिले भी थे। बताते चलें कि 26वें कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आठ जनवरी को शुरू हुआ था और इसका समापन 15 जनवरी को होगा।