West Bengal: श्मशान की जमीन पर दुकान भ्रष्टाचार मामले में सुवेंदु के भाई सौमेंदु से बंगाल पुलिस ने की पूछताछ
West Bengal भ्रष्टाचार से जुड़ी कई और शिकायतें थाने में दर्ज कराई गईं। कांथी नगर पालिका के वर्तमान चेयरमैन सुबलकुमार मन्ना ने सौमेंदु के सहायक बिल्डर दिलीपकुमार बेरा और ठेकेदार सतीनाथ दास अधिकारी और ड्राइवर गोपाल सिंह के खिलाफ भी कांथी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पश्चिम मेदिनीपुर के कांथी थाने की पुलिस ने श्मशान-भ्रष्टाचार मामले में भाजपा विधायक व प्रदेश में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को शुक्रवार सुबह तलब किया। उनसे लंबी पूछताछ की गई है। तृणमूल ने कांथी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ नगर पालिका के पास श्मशान की जमीन पर दुकान बनाने की शिकायत दर्ज कराई है।
इसके अलावा नगर पालिका ने भ्रष्टाचार से जुड़ी कई और शिकायतें थाने में दर्ज कराई गईं। कांथी नगर पालिका के वर्तमान चेयरमैन सुबलकुमार मन्ना ने सौमेंदु के सहायक बिल्डर दिलीपकुमार बेरा और ठेकेदार सतीनाथ दास अधिकारी और ड्राइवर गोपाल सिंह के खिलाफ भी कांथी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने इनमें से तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
सौमेंदु को कोर्ट से मिला रक्षा कवच
हालांकि भाजपा के कांथी संगठनात्मक जिले के उपाध्यक्ष ने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है। 11 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उन्हें अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है। बताया गया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। इसके बाद सौमेंदु को कांथी थाने में कई बार तलब किया गया। उन्होंने फिर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
हाईकोर्ट के जस्टिस राजशेखर मंथा की बेंच ने 29 सितंबर को सौमेंदु को सुरक्षा प्रदान की। कोर्ट ने कहा कि सौमेंदु को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। हालांकि उन्हें संबंधित मामले की जांच में सहयोग करना होगा। बताते चलें कि लंबे समय तक कांथी नगर पालिका पर अधिकारी परिवार का एकाधिकार था।
सौमेंदु करीब 10 साल तक कांथी नगर पालिका के अध्यक्ष रहे। बाद में उन्होंने प्रशासक का पद संभाला। लेकिन 2020 में स्थिति बदल गई। सुवेंदु अधिकारी ने उसी साल दिसंबर में मंत्रालय छोड़ दिया था। इसके तुरंत बाद उन्होंने तृणमूल छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद टीएमसी से अधिकारी परिवार की दूरी बढ़ती गईं। इसके बाद राज्य सरकार ने सौमेंदु को कांथी नगर पालिका के प्रशासक के पद से हटा दिया। बाद में सौमेंदु भाजपा में शामिल हो गए।