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West Bengal: सुवेंदु अधिकारी के दो करीबियों को बंगाल पुलिस ने किया गिरफ्तार

West Bengal सुवेंदु के जिन दो करीबियों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम शेख अमीर उर्फ अरमान भोला और अरुणाभ कुईती हैं। इन्हें बंगाल पुलिस ने हल्दिया से गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो देसी और एक सेमी-ऑटोमेटिक आग्नेयास्त्र के अलावा सात राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 10:27 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 10:27 PM (IST)
West Bengal: सुवेंदु अधिकारी के दो करीबियों को बंगाल पुलिस ने किया गिरफ्तार
सुवेंदु अधिकारी के दो करीबियों को बंगाल पुलिस ने किया गिरफ्तार। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के दो करीबियों को बंगाल पुलिस ने रविवार की रात हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। दूसरी तरफ, नंदीग्राम के भाजपा विधायक सुवेंदु ने कलकत्ता हाइकोर्ट में तिरपाल चोरी मामले में उनके खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी को रद करने की मांग पर याचिका दायर की है जिस पर 22 जून को सुनवाई होगी। जानकारी के मुताबिक सुवेंदु के जिन दो करीबियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम शेख अमीर उर्फ अरमान भोला और अरुणाभ कुईती हैं। इन्हें बंगाल पुलिस ने हल्दिया से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा है कि इनके पास से दो देसी और एक सेमी-ऑटोमेटिक आग्नेयास्त्र के अलावा सात राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में सुवेंदु की सभा, रैली आदि के आयोजन की जिम्मेदारी अरमान भोला और अरुणाभ कुईती पर थी।

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दूसरी तरफ,  सुवेंदु अधिकारी और उनके भाई सौमेंदु अधिकारी के खिलाफ तिरपाल चोरी की प्राथमिकी जून की शुरुआत में दर्ज कराई गई थी। कांथी नगरपालिका के एक सदस्य ने आरोप लगाया था कि सुवेंदु और उनके भाई ने केंद्रीय बल के जवानों की मदद से नगरपालिका के गोदाम से यास चक्रवात से प्रभावित लोगों की मदद के लिए रखे गए तिरपाल की चोरी की है। इधर, भाजपा नेता व बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौटने वाले मुकुल रॉय पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि वे कभी चुनाव नहीं जीते। भाजपा ने ही उन्हें विधायक बनाया है। सुवेंदु ने आगे कहा कि मुकुल रॉय ने 2001 में जगदल से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। उसके बाद उन्हें चुनावी मैदान में नहीं देखा गया। 20 साल बाद भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया और वे कृष्णानगर उत्तर सीट से विजयी हुए। कृष्णानगर उत्तर सीट पर भाजपा की स्थिति बहुत मजबूत है। वहां से अगर भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी खड़े होते तो उनकी जीत भी पक्की थी। गौरतलब है कि कृष्णानगर उत्तर सीट पर मुकुल ने तृणमूल प्रत्याशी व बांग्ला फिल्मों की चर्चित अभिनेत्री कौशानी मुखर्जी को मात दी थी।


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