Bengal News: हायर सेकेंडरी कोर्स के लिए पहली बार थर्ड जेंडर कैटेगरी में 600 छात्रों ने किया रजिस्ट्रेशन
आनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में पुरुष महिला और थर्ड जेंडर का भी विकल्प था। थर्ड जेंडर वर्ग में नामांकन मुख्यत कला वर्ग के लिए था। उन्होंने पुष्टि की कि इस लिंग श्रेणी के तहत कला वर्ग के लिए नामांकन लगभग 480 है और शेष विज्ञान और वाणिज्य श्रेणी में हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Bengal News: पश्चिम बंगाल काउंसिल आफ हायर सेकेंडरी एग्जामिनेशन (डब्ल्यूबीसीएचएसइ) के अध्यक्ष चिरंजीब भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में हायर सेकेंडरी कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान करीब 600 छात्रों ने थर्ड जेंडर कैटेगरी में दाखिला लिया है। भट्टाचार्य ने बताया- वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए 11वीं कक्षा के लिए पंजीकरण पहली बार अलग तरीके का था। यह पहली बार है जब पंजीकरण आनलाइन किया गया था।
दूसरा, उस आनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में पुरुष, महिला और थर्ड जेंडर का भी विकल्प था। उनके अनुसार थर्ड जेंडर वर्ग में नामांकन मुख्यत: कला वर्ग के लिए था। उन्होंने पुष्टि की कि इस लिंग श्रेणी के तहत कला वर्ग के लिए नामांकन लगभग 480 है और शेष विज्ञान और वाणिज्य श्रेणी में हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि उन्हें अभी तक इस मामले में आवेदकों के भौगोलिक स्थानों का सटीक विवरण नहीं मिला है। उनका मानना है कि अधिकांश आवेदन कोलकाता या उसके आसपास के जिलों से थे, क्योंकि जागरूकता और संवेदनशीलता के स्तर पर इन क्षेत्रों में यह संख्या दूरदराज के जिलों की तुलना में अधिक है।
डब्ल्यूबीसीएचएसइ अध्यक्ष ने उन शैक्षणिक संस्थानों को भी पूरक बनाया, जिनके माध्यम से पंजीकरण नामांकन आवेदनों को अग्रेषित किया गया था। उन्होंने कहा- इस वर्ष विद्यार्थियों के सीधे नामांकन के स्थान पर शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से पंजीयन की व्यवस्था प्रारंभ की। इसलिए, जब इन शिक्षण संस्थानों ने इन आवेदनों को अग्रेषित किया है, तो यह अच्छी तरह से माना जा सकता है कि उनके पास थर्ड जेंडर के लोगों के लिए अलग शौचालय जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे हैं।
ट्रांसजेंडर बोर्ड ने बताया सकारात्मक विकास
इधर, इस प्रकरण पर ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता और पश्चिम बंगाल ट्रांसजेंडर विकास बोर्ड की पूर्व सदस्य रंजीता सिन्हा ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक विकास है बशर्ते सही और योग्य लोगों को इस थर्ड जेंडर के विकल्प की सुविधा मिले।
उन्होंने कहा- इसे राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए सिर्फ एक हथकंडा न होने दें, जैसा कि विकास बोर्ड के गठन के बाद से समुदाय के साथ पहले हुआ था, जहां वादे अधूरे रह गए थे। उदाहरण के लिए अलग स्वास्थ्य सुविधाओं के वादे को पूरा किया जाना बाकी है। यह भी देखा जाना चाहिए कि वास्तविक तृतीय लिंग समुदाय के उम्मीदवारों को प्रक्रिया में नामांकित किया गया है।