गाजोलडोबा को पर्यटन हब बनाने में जुटी ममता सरकार
- बेहतर कनेक्टिविटी व सिलीगुड़ी के साथ सीधे जोड़ने के लिए पुल का निर्माण करेगी सरकार -
- बेहतर कनेक्टिविटी व सिलीगुड़ी के साथ सीधे जोड़ने के लिए पुल का निर्माण करेगी सरकार
- गाजोलडोबा में 30 कॉटेज बनाने का काम भी जोरों पर
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : उत्तर बंगाल के गाजोलडोबा को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर पहचान दिलाने व क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित करने के लिए ममता सरकार खासा जोर दे रही है। इसके तहत राज्य सरकार ने गाजोलडोबा को सीधे सिलीगुड़ी के साथ कनेक्ट करने के लिए एक बड़ा पुल निर्माण कराने के लिए कदम उठाया है। पुल निर्माण के साथ सिलीगुड़ी से होकर गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 31 साथ इसका सीधा कनेक्ट स्थापित हो जाएगा।
इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा के दौरान संबंधित अधिकारियों को गाजोलडोबा को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने व बेहतर कनेक्टिविटी के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया था। राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गाजोलडोबा में एक बैराज है और वर्तमान में किसी को इस पर्यटन स्थल पर पहुंचने के लिए बैराज के रास्ते का प्रयोग करना होता है। इसलिए इस पर्यटन स्थल के लिए एक प्रत्यक्ष सड़क संपर्क की आवश्यकता महसूस हुई। इसी के तहत पुल निर्माण का फैसला लिया गया है। अधिकारी ने बताया, यहां एक नहर है जो तिस्ता नदी पर बने बैराज तक जाती है। इसी नहर में पुल का निर्माण किया जाएगा। सिलीगुड़ी व जलपाईगुड़ी के बीच संबंध स्थापित करने में यह पुल बेहद महत्वपूर्ण होगा। पुल निर्माण के अलावा जुलपाईगुड़ी की तरफ से ओटलाबाड़ी तक करीब सात किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा।
पुल व सड़क निर्माण के अलावा राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए गाजोलडोबार में 30 कॉटेज बनाने की भी एक परियोजना शुरू की है। कॉटेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया और कार्य पूरे जोरों पर है। कुछ कॉटेज यहां पहले से भी बने हैं।
इसके अलावा इस क्षेत्र में गोल्फ कोर्स और हेलीपैड विकसित करने की भी योजना है।