Bengal Crime : मिजोरम में बीएसएफ की बड़ी कार्रवाई, हथियारों की बड़ी खेप के साथ 3 उग्रवादियों को पकड़ा
Bengal Crime 28 एके 47 राइफलें एक एके 74 राइफल एक अमेरिकन शूटिंग गन 28 मैगजीन व 7894 कारतूस जब्त। बीएसएफ का दावा नॉर्थ ईस्ट में हाल के वर्षों में पकड़ी गई हथियारों की बड़ी खेप। ये जखीरा जीप की सीट के नीचे खुफिया बॉक्स में छुपा रखा था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को नॉर्थ ईस्ट में एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बीएसएफ के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए सोमवार देर रात मिजोरम के मामित जिले से हथियारों की एक बड़ी खेप के साथ तीन उग्रवादियों को धर दबोचा।
कोलकाता में बीएसएफ के पूर्वी कमान मुख्यालय की ओर से मंगलवार को एक बयान में बताया गया कि इन उग्रवादियों के पास से 28 एके 47 राइफलें, एक एके 74 राइफल, एक अमेरिकन शूटिंग गन, 28 मैगजीन और करीब 7894 कारतूस (गोला बारूद) जब्त किए गए हैं। उग्रवादियों ने हथियारों का ये बड़ा जखीरा जीप की सीट के नीचे खुफिया बॉक्स में छुपाकर रखा था।
मामित जिले के फुलडेन इलाके में देर रात विशेष ऑपरेशन चलाया
बीएसएफ के अनुसार, ये नॉर्थ ईस्ट में हाल के वर्षों में पकड़ी गई हथियारों की सबसे बड़ी खेप है। बयान के मुताबिक, बीएसएफ के खुफिया विभाग के अधिकारियों को ये सूचना मिली थी कि म्यांमार से हथियारों का बड़ा जखीरा भारत में आया है, जिसका इस्तेमाल मिजोरम सहित नॉर्थ ईस्ट के इलाकों में हिंसक गतिविधियों के लिए होने वाला है। इसी सूचना के आधार पर बीएसएफ के आइजोल सेक्टर अंतर्गत 90वीं बटालियन के कार्यकारी कमांडेंट के नेतृत्व में जवानों ने मामित जिले के फुलडेन इलाके में देर रात विशेष ऑपरेशन चलाया।
देर रात दो जीप को रोककर तलाशी में मिला हथियारों का जखीरा
इस दौरान दक्षिण- पश्चिम फुलडेन रोड से गुजर रहे दो महिंद्रा जीप को रोका। यह स्थान बांग्लादेश से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। तीनों उग्रवादियों को पकड़ने के साथ ही जब जीप की बारीकी से तलाशी ली गई, तो बीच वाली सीट के नीचे तहखाना जैसा एक बॉक्स दिखाई पड़ा, जिसमें हथियार भरे पड़े थे। जब हथियारों को बाहर निकाला गया, तो पता चला कि बॉक्स के अंदर एक-दो नहीं, बल्कि 29 राइफलें हैं, जिसमें से 28 एके- 47 राइफलें है, तो एक राइफल एके- 74 सीरीज की है।
हजारों की संख्या में कारतूस भी मिला, जो वाहनों में छुपाकर रखा
इसके अलावा हजारों की संख्या में कारतूस भी मिला, जो वाहनों में छुपाकर रखा गया था। इस पूरे ऑपरेशन को बीएसएफ के आइजोल सेक्टर के डीआइजी कुलदीप सिंह की निगरानी में अंजाम दिया गया। अमूमन एके- 47 सीरीज के हथियारों का इस्तेमाल दुनिया भर में आतंकी गतिविधियों के लिए किया जाता है। जो शूटिंग गन बरामद की गई है, वो भी निषिद्ध बोर की है और अमेरिका में बनी हुई है।
हथियारों और गोला-बारूद की बड़ी खेप कहां जानी थी, पता लगा रहे
बीएसएफ के पूर्वी कमान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि हथियारों और गोला-बारूद की इस बड़ी खेप को कहां व किस उद्देश्य से ले जाया जा रहा था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या ये हथियार भारतीय सेना के खिलाफ इस्तेमाल के लिए तस्करी की गई थी या नहीं।
बड़ी खेप के साथ ही उग्रवादियों के पास से नकदी व सामान बरामद
बीएसएफ के अनुसार, हथियारों की इस बड़ी खेप के साथ ही उग्रवादियों के पास से 39,020 रुपये नकदी व अन्य सामान भी बरामद की गई है।प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए व्यक्तियों ने अपना नाम लालहुंपज़ुवा (56), वनलुरुता (25) व लियांसगा (46) बताया है। तीनों आइजोल जिले के है।
तीनों उग्रवादियों को आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को सौंप दिया
बीएसएफ ने जब्त हथियारों के साथ तीनों उग्रवादियों को आगे की कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है। सूत्रों के अनुसार, पकड़े गये तीनों उग्रवादी नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा यानी एनएलएफटी नामक उग्रवादी संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं।