मतदान के दौरान भाजपा के पोलिंग एजेंट की मौत, वहीं तृणमूल का आरोप- हमारे कार्यकर्ताओं को वोट डालने से रोका
बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में शनिवार को एक मतदान केंद्र पर बीमार पडऩे के बाद भाजपा के पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। निर्वाचन आयोग ने घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। टीएमसी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं को वोट डालने से रोका जा रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में शनिवार को एक मतदान केंद्र पर बीमार पडऩे के बाद भाजपा के पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। निर्वाचन आयोग ने इस घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कमरहट्टी विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 107 पर भाजपा के पोलिंग एजेंट अभिजीत सामंत मतदान शुरू होने के कुछ ही घंटों के अंदर बीमार पड़ गए। अधिकारी ने कहा कि सामंत को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। मतदान केंद्र पर कतार में खड़े मतदाताओं ने आरोप लगाया कि सामंत ने सीने में दर्द की शिकायत और उल्टियां की, लेकिन चुनाव अधिकारियों और केंद्रीय बलों के कॢमयों ने उनकी सुध नहीं ली। वहीं, मृतक के भाई ने भी आरोप लगाया कि किसी ने भी मेरे भाई की मदद नहीं की। अधिकारी ने कहा, हमें शिकायत मिली है कि एजेंट ने जब तबीयत खराब होने के बारे में बताया तो उसकी अच्छी तरह देखभाल नहीं की गई। हमने वहां तैनात पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट मांगी है।
चाकदह में बंदूक लेकर घूम रहे निर्दलीय उम्मीदवार गिरफ्तार, हथियार जब्त
कोलकाता : पांचवें चरण के मतदान के दौरान नदिया जिले के चाकदह में मतदान केंद्र के पास कथित तौर पर बंदूक लेकर घूम रहे निर्दलीय उम्मीदवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपित का नाम कौशिक भौमिक है। उनके कब्जे से एक सिंगल शटर देशी बंदूक जब्त की गई है। जानकारी के मुताबिक शनिवार को मतदान के दौरान चाकदह के तालतला इलाके में रामलाल एकेडमी हाई स्कूल के 44 और 45 नंबर मतदान केंद्र के पास निर्दलीय उम्मीदवार कौशिक भौमिक की जेब में बंदूक नजर आई। मीडिया में इसका वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की। उसी मामले में अपराह्न पुलिस की टीम उनके घर पहुंची और उन्हेंं जबरदस्ती गोद में उठा कर थाने ले गई। हालांकि कौशिक को उठाकर ले जाने के दौरान उनके स्वजनों ने पुलिस और केंद्रीय बल का विरोध किया। वहीं गिरफ्तार कर ले जाने के दौरान पुलिस के सामने कौशिक ने कुछ और ही दावा किया है। उन्होंने बताया, वो मतदान केंद्र के पास गए थे उसी समय कुछ अपराधियों पर उनकी नजर पड़ी जो बंदूक लेकर आम मतदाताओं को डरा रहे थे। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं को साथ लेकर उन्होंने उन अपराधियों का पीछा किया। मगर उन अपराधियों ने उनपर बंदूक फेंक कर हमला किया और फरार हो गए।
कौशिक ने दावा किया, उसी बंदूक को उठाकर वह जेब में रखे थे और जमा करने के लिए पुलिस के पास जा रहे थे। ये बंदूक उनकी नहीं है। उन्हेंं फंसाया जा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों का भी आरोप है, सुबह से ही तृणमूल समर्थक इलाके में लोगों को बंदूक दिखाकर डरा रहे थे। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
टीएमसी ने कार्यकर्ताओं को वोट करने से रोकने का आरोप लगाया
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कई बूथों पर अपने कार्यकर्ताओं को वोट करने से रोकने का आरोप लगाया है। टीएमसी का आरोप है कि पूर्व बर्द्धमान जिले के बर्द्धमान दक्षिण विधानसभा के 213 नंबर बूथ पर सीआरपीएफ के जवान वोटर्स को भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए कह रहे हैं। इसी तरह पार्टी का आरोप है कि जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 157 पर सीआरपीएफ के जवानों ने एक दिव्यांग को मतदान करने से रोक दिया। मयनागुड़ी के बूथ नंबर 223 पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर वोट डालने में बाधा डालने, नागराकाटा के 65 नंबर बूथ पर प्रिसाइडिंग ऑफिसर टीएमसी के वोटर्स को वोटर लिस्ट में नाम रहते हुए भी इंफो स्लिप के बगैर वोट करने से रोक दिए जाने का आरोप भी टीएमसी की ओर से लगाया गया है।