Bengal by Election: चार विधानसभा सीटों पर उपचुनावों को लेकर कांग्रेस व वाममोर्चा में गठबंधन पर निर्णय जल्द
बंगाल की चार और विधानसभा सीटों शांतिपुर गोसाबा दिनहाटा और खड़दह में होने जा रहे उपचुनावों के लिए वाममोर्चा व कांग्रेस में गठबंधन होगा या नहीं इसपर अगले कुछ दिनों में निर्णय ले लिया जाएगा। वाममोर्चा चेयरमैन बिमान बोस ने इसकी जानकारी दी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की चार और विधानसभा सीटों शांतिपुर, गोसाबा, दिनहाटा और खड़दह में होने जा रहे उपचुनावों के लिए वाममोर्चा व कांग्रेस में गठबंधन होगा या नहीं, इसपर अगले कुछ दिनों में निर्णय ले लिया जाएगा। वाममोर्चा चेयरमैन बिमान बोस ने इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति राजनीतिक सौजन्यता दिखाते हुए अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था जबकि वाममोर्चा ने माकपा से श्रीजीब बिश्वास को मैदान में उतारा था, जिन्हें बेहद बुरी हार का सामना करना पड़ा था
बिमान बोस ने कहा-'भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव का जो नतीजा होना था, वही हुआ। इसमें कुछ अप्रत्याशित होने की हमने उम्मीद नहीं की थी, हालांकि जो लोग नियमित रूप से वहां मतदान करते आ रहे थे, इस बार उनमें से बहुत से लोगों ने वोट नहीं दिया। भवानीपुर सीट पर वोट प्रतिशत बहुत कम गया है, वहीं शमशेरगंज व जंगीपुर सीटों में अच्छा-खासा मतदान देखने को मिल।
उन दोनों सीटों को लेकर भी वाममोर्चा ने खास उम्मीद नहीं की थी।' गौरतलब है कि भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव व शमशेरगंज व जंगीपुर सीटों पर हुए चुनाव में वाममोर्चा में 'एकला चलो' की नीति अपनाई थी। यहां तक कि संयुक्त मोर्चा में शामिल फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट के किसी नेता ने भी माकपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार नहीं किया था लेकिन अब चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में वाममोर्चा- कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि वे माकपा जानते हैं कि अकेले चुनाव लड़ने से उन्हें कोई फायदा होने वाला नहीं है। भवानीपुर में माकपा की बुरी हार ने फिर बता दिया है कि वाममोर्चा की स्थिति बंगाल में कितनी कमजोर हो गई है।