बंगाल भाजपा का ‘बांग्लार लोज्जा ममता’ अभियान शुरू, सोशल मीडिया के जरिेए सरकार को घेरने की कोशिश
बंगाल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और एम्फन चक्रवात के राहत वितरण में भ्रष्टाचार के आरोपों से ममता सरकार घिरी हुई हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और एम्फन चक्रवात के राहत वितरण में भ्रष्टाचार के आरोपों से ममता सरकार घिरी हुई हैं। प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर असफलता का आरोप लगाते हुए ‘ऑर नॉय ममता’ और ‘भय पेयेचे ममता’ के बाद अब शुक्रवार को ‘बांग्लार लोज्जा ममता’ (बंगाल के लिए शर्म है ममता) अभियान की शुरुआत की है। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों ने सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर आदि के माध्यम से ममता पर हमला बोला है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि शर्म करो दीदी! उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काती रही है। एम्फन तूफान, कोरोना संक्रमण और प्रवासी मजदूरों जैसे मामलों में जब केंद्र ने बंगाल को मदद करना चाही, उसे रोकने की कोशिश की गई। ममता जी हर वक्त राजनीति अच्छा नहीं होता। दूसरे ट्वीट में कैलाश ने कहा, 'प्रशासन को अपने राजनीतिक स्वार्थ में झोंकना अच्छा नहीं होता, पर बंगाल में तृणमूल सरकार इसी काम में जुटी है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाओं में भाजपा के साथ दुर्भावना रखी जाती है।
ममताजी प्रशासन को राजनीति से दूर रखिए!' वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री व रायगंज से सांसद देवश्री चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि महिलाओं और बच्चों के लापता होने के मामले में बंगाल का पूरे देश में दूसरा स्थान है। वर्ष 2018-19 में बंगाल में सबसे ज्यादा बाल श्रमिक थे। ममता दीदी के शासन में बंगाल इन मामलों में नंबर वन है। केंद्रीय राज्य मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार यदि पीएम किसान योजना लागू करती, तो बंगाल के 70 लाख किसानों को लाभ मिलता। ममता बनर्जी की सरकार अपना हित पहले देखती है, बाद में जनता का।
भाजपा के केंद्रीय कमेटी के सदस्य मुकुल रॉय ने ट्वीट करते हुए कहा कि ममता सरकार के रिपोर्ट कार्ड में स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, शिक्षा, उद्योग, विकास सभी शून्य है, जबकि सिंडिकेट, भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा का बोलबाला है। भाजपा के सांसद सुकांत मजूमदार, डॉ सुभाष सरकार, ज्योतिर्मय सिंह महतो,अमित मालवीय, अरविंद मेनन सहित अन्य नेताओं ने भी ट्वीट कर ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोला है।