Bengal Assembly Elections: दार्जिलिंग को लेकर ममता ने तीन नवंबर को बुलाई आपात बैठक
राज्यपाल के एक महीने के दार्जिलिंग दौरे व बिमल गुरुंग की वापसी पर हो सकती है चर्चा। राज्यपाल धनखड़ के एक महीने के उत्तर बंगाल दौरे के बीच दार्जिलिंग को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन नवंबर को राज्य सचिवालय नवान्न में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के एक महीने के उत्तर बंगाल दौरे के बीच दार्जिलिंग को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन नवंबर को राज्य सचिवालय नवान्न में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। दार्जिलिंग के विनय तमांग व अनिल थापा को भी बैठक में बुलाया गया है।
शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक महीने के दौरे पर दार्जिलिंग गए हैं। इस दौरान वह दार्जिलिंग के लोगों से मिल कर उनकी 'मन की बात' जानने की कोशिश करेंगे। जानकारी के अनुसार, राज्यपाल के इस दौरे से तृणमूल कांग्रेस सरकार की चिंताएं बढ़ गयी हैं, क्योंकि राज्यपाल ने हमेशा ही राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बंगाल सरकार के खिलाफ बयानबाजी की है और दो दिन पहले ही राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिल कर राज्य की कानून-व्यवस्था के बारे में रिपोर्ट भी सौंपी है।
राज्यपाल के दौरे के दौरान ही मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग के नेताओं को राज्य सचिवालय तलब किया है। इसके साथ ही बिमल गुरुंग के वापस दार्जिलिंग आने की खबर से पहाड़ में राजनीतिक हालात बदल गये हैं। कुछ लोग इसका स्वागत कर रहे हैं, तो कई इसके खिलाफ हैं। सूत्रों के अनुसार, बिमल गुरुंग के वापस दार्जिलिंग पहुंचने पर जीटीए का क्या होगा, इस बारे में चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विनय तमांग व अनिल थापा को राज्य सचिवालय बुलाया है।
अनिल थापा शनिवार को कर्सियांग में विमल गुरुंग केे दार्जिलिंग प्रवेश करने के फैसले के खिलाफ निकाली गई रैली में शामिल हुए, जहां उन्होंने बताया कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने के लिए कोलकाता आ रहे हैं और तीन नवंबर को यह बैठक होगी। उल्लेखनीय है कि 3 साल से फरार चल रहे बिमल गुरुंग ने हाल में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए से बाहर होने एवं विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करने की घोषणा की है। इसके बाद पहाड़ पर राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं।