Move to Jagran APP

Bengal Assembly Elections 2021: 'ममता दीदी' को कड़ी चुनौती देने के मूड में 'बहनजी'

Bengal Chunav बसपा सूत्रों की मानें तो पार्टी की तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ चार-पांच महीने पहले चुनावी गठबंधन को लेकर बातचीत हुई थी। ममता शुरू में बसपा के लिए तीन सीटें छोडऩे को तैयार भी हो गई थीं लेकिन बाद में उन्होंने इरादा बदल लिया।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 08:59 PM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 06:59 AM (IST)
Bengal Assembly Elections 2021: 'ममता दीदी' को कड़ी चुनौती देने के मूड में 'बहनजी'
बंगाल बसपा के अध्यक्ष बालीकरन कोरी ने बताया कि बहनजी बंगाल विस चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रही हैं

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। Bengal Assembly Elections 2021 'दीदी' को इस बार 'बहनजी' भी कड़ी चुनौती देने के मूड में हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार बंगाल में ज्यादा उम्मीदवार उतारकर अपनी मंशा साफ कर दी है। बसपा सूबे की 294 सीटों में से अब तक 220 पर अपने उम्मीदवार भी तय कर चुकी है। पार्टी उम्मीदवारों का चयन मायावती खुद कर रही हैं। वह इन दिनों दिल्ली से बंगाल के चुनावी हालात पर पैनी नजर रख रही हैं। मायावती 11 अप्रैल को कोलकाता आकर पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा भी करेंगी। बंगाल बसपा के अध्यक्ष बालीकरन कोरी ने बताया कि बहनजी बंगाल विस चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रही हैं और हमें जरूरी निर्देश दे रही हैं।

loksabha election banner

हमारा एक ही एजेंडा है-बंगाल का विकास  : पूर्व मंत्री धर्मवीर

उन्होंने चुनाव प्रचार का दायित्व संभालने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता व उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री धर्मवीर सिंह अशोक को को-आर्डिनेटर बनाकर यहां भेजा है, जो विभिन्न जिलों में जाकर मोर्चा संभाल रहे हैं। हमारा एक ही एजेंडा है-बंगाल का विकास। सूबे में अनुसूचित जाति का अच्छा-खासा वोट बैंक है। हम उनके पास जाकर अपनी बात रखेंगे। बंगाल के प्रत्येक जिले में अब हमारा मजबूत संगठन है और अच्छी संख्या में कार्यकर्ता भी हैं। हम इस विधानसभा चुनाव में यहां अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे।

ममता से नहीं बनी बात तो अपने बूते चुनाव लडऩे का फैसला

बसपा सूत्रों की मानें तो पार्टी की तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ चार-पांच महीने पहले चुनावी गठबंधन को लेकर बातचीत हुई थी। ममता शुरू में बसपा के लिए तीन सीटें छोडऩे को तैयार भी हो गई थीं, लेकिन बाद में उन्होंने इरादा बदल लिया, जिसके बाद मायावती ने पार्टी के बंगाल नेतृत्व को अपने बूते चुनाव लडऩे का निर्देश दिया।

सूबे में 35 फीसद अनुसूचित जाति का मतदाता, तैयारी पूरी

कोलकाता पोर्ट सीट से बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे सरफराज खान ने कहा कि बंगाल में 35 फीसद अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। इनमें ङ्क्षहदू व मुस्लिम, दोनों समुदाय के लोग शामिल हैं। अब बंगाल में हम वोटकटवा नहीं हैं बल्कि किसी भी मजबूत दल को कड़ी चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में हमने बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.