डार्क वेब पर बेचा जा रहा था बैंक ग्राहकों का ब्योरा
-रोमानिया गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा -एटीएम कार्ड का क्लोन बनाने के
-रोमानिया गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
-एटीएम कार्ड का क्लोन बनाने के मामले में अब तक आठ की हुई है गिरफ्तारी
जागरण संवाददाता, कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के 100 से अधिक ग्राहकों के एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर लाखों रुपये की अवैध निकासी के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई आदि महानगरों में विभिन्न एटीएम मशीनों में स्कीमर यंत्र लगाकर ग्राहकों का डिटेल रिकॉर्ड करने वाले रोमानिया के नागरिक इसे डार्क वेब के जरिए बेचते थे।
डार्क वेब एक ऐसी वेबसाइट है जिस पर अपलोड किए गए सामानों को बिटकॉइन के जरिए खरीदा जाता है एवं वर्तमान में इंटरनेट की मुद्रा बन चुकी बिटकॉइन को आसानी से अज्ञात खाते में ट्रासफर कर लिया जाता है। इससे पुलिस को चकमा देने में मदद मिलती रही है। इस मामले में गिरफ्तार रोमानियाई नागरिकों ने पूछताछ में बताया है कि ग्राहकों का डिटेल रिकॉर्ड करने के बाद इन्हें विशेषकर नाइजीरिया के नागरिकों को बेचते थे। ग्राहकों का डिटेल मिलने के बाद नाइजीरिया के नागरिक इसका क्लोन एटीएम बनाकर पैसे उठा रहे थे और पुलिस उन्हें ही गिरफ्तार करती थी जबकि इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड रोमानिया गैंग पूरी तरह से पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहता था।
शनिवार को इस बारे में कोलकाता पुलिस आयुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए नागरिकों से पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हुआ है। साथ ही यह भी पता चला है कि इस का मास्टरमाइंड नेपाल जैसे देश में शरण लेकर रहता है ताकि किसी तरह की संदिग्ध परिस्थिति में उसे भागने में आसानी हो। उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।