एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस डॉक्टर्स ने चेताया, कोलकाता में 21 लाख हो सकते हैं कोरोना संक्रमित
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता में सबसे ज्यादा मामले शहरी क्षेत्रों से आ रहे हैं। इसका कारण है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता तथा इसके आसपास के जिलों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। अब कोलकाता में कोरोना वायरस के मामले में एक नई जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता शहर की आबादी 1.5 करोड़ है। इसमें से 21 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।
शहरों से आ रहे ज्यादा मामले
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में सबसे ज्यादा मामले शहरी क्षेत्रों से आ रहे हैं। इसका कारण है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। बता दें कि शुरूआती दिनों में कोलकाता में सबसे ज्यादा मामले बस्ती इलाके से आ रहे थे। लेकिन अब सिर्फ 15 फीसद मामले ही बस्ती इलाके से आ रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोलकाता में कोरोना के 85 फीसद मामले सिर्फ शहरी क्षेत्रों से ही आ रहे हैं।
कोलकाता में कोरोना ले रहा खतरनाक रूप
जानकारी के मुताबिक, कोलकाता के सिटी बसों में लोगों को ठूंसा जा रहा है। एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस डॉक्टर्स के महासचिव डॉ मानस गुमटा ने कहा है कि कोलकाता में कोरोना ज्वालामुखी बन चुका है। उन्होंने इसका कारण शुरूआती दिनों में बरती गई लापरवाही को बताया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
अस्पतालों में नहीं है बेड खाली
एक तरफ कोलकाता में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में बेड की भी कमी होती जा रही है। जानकारी के अनुसार, कोलकाता में कुल सात बड़े अस्पताल हैं जिनमें 2085 बेड हैं। लेकिन इस समय तक 80 फीसद बेड फुल हो गए हैं।
21 लाख लोग हो सकते हैं संक्रमित
डॉ गुमटा के अनुसार, कोलकाता में संक्रमण की दर इस वक्त 14.39 फीसद है। यह किसी भी अन्य शहर से कहीं ज्यादा है। उन्होंने कहा है कि कोलकाता में कुल 1.5 करोड़ की आबादी है जिसमें से 21 लाख से ज्यादा लोगों पर संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।