West Bengal: मुर्शिदाबाद हिंसा के मामले में तीन गिरफ्तार
Murshidabad Violence. मुर्शिदाबाद जिले के जलंगी में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
कोलकाता, जेएनएन। Murshidabad Violence. पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के जलंगी में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि मुख्य आरोपित अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में सघन तलाशी अभियान चला रही है। हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था।
जानें, क्या है मामला
बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के जलंगी में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गत बुधवार को विरोध प्रदर्शन ने ¨हसक रूप ले लिया। अचानक हुई बमबारी और गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई। एक की पहचान अनिरूल इस्लाम और दूसरे की सलाउद्दीन शेख के रूप में हुई है। हादसे में मिजानूर रहमान गंभीर रूप से घायल हो गया। गोली उसके पैर में लगी है। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां गोली निकाल दी गई। हमले को लेकर कांग्रेस ने तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया है।
पिछले दिनों सीएए-एनआरसी को लेकर देशभर में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में ही 15 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। भारतीय नागरिक मंच की ओर से सीएए-एनआरसी के खिलाफ जलंगी बंद की अपील की गई थी। बंद के दौरान लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने चक्काजाम कर दिया।
इसी दौरान वहां कुछ लोग पहुंचे और कहा कि बंगाल में सीएए-एनआरसी लागू नहीं होगा तो जाम क्यों लगा रहे हो। इसी बात को लेकर तू-तू मैं-मैं होने लगी। इतने में किसी ने गोली चला दी, जो अनिरूल को लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद ¨हसा भड़क गई। खबर मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सीएए को लेकर जलंगी में दो समूहों के बीच पहले बहस हुई थी, जो झड़प में तब्दील हो गई। बमबारी और गोलीबारी भी हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हुई है। एक घायल भी हुआ है, जिसे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हिंसा के बाद इलाके में तनाव है जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
कांग्रेस ने तृणमूल पर लगाया हमले का आरोप
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने हिंसा के लिए सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लोग सीएए और एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। अचानक तृणमूल के गुंडे वहां पहुंचे और हमला कर दिया। हालीशहर में भी हो चुकी है ¨हसक झड़पगत 25 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के हालीशहर में सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भी हिंसक संघर्ष हो गया था। इसमें कई लोग घायल हुए थे। वहीं, मंगलवार को निमता इलाके में भी इसी मुद्दे को लेकर हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोग घायल हुए थे।
तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष का नाम आया सामने
जलंगी में चली गोली और दो लोगों की मौत के पीछे तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष ताहिरुद्दीन का नाम सामने आया है। कांग्रेस का आरोप है कि तृणमूल नहीं चाहती कि सीएए को लेकर उसके बिना कोई भी राजनीतिक दल आंदोलन करे। इसीलिए तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष की अगुवाई में गोली चलाई गई। हालांकि, ताहिरुद्दीन ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उलटा, कांग्रेस पर ही लोगों पर हमला करने और वहां मौजूद वाहनों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव पार्थ चटर्जी ने हिंसा में पार्टी के किसी भी सदस्य का हाथ नहीं होने का दावा किया है।