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West Bengal: अवैध खनन व तस्करी के मामले में टीएमसी नेता विनय मिश्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

West Bengal ईडी की अर्जी पर कोयला के अवैध खनन व तस्करी और पशु तस्करी में आरोपित युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा के खिलाफ गैर जमानती धारा में सोमवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने यह वारंट जारी किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 06:28 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 06:28 PM (IST)
तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अर्जी पर कोयला के अवैध खनन व तस्करी और पशु तस्करी में आरोपित युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा के खिलाफ गैर जमानती धारा में सोमवार को गिरफ्तारी वारंट  जारी किया गया है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने यह वारंट जारी किया है। विनय मिश्रा फरार है। ईडी ने विनय मिश्रा को बार-बार तलब किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में पता चला कि विनय मिश्रा देश छोड़कर भाग गया है। ईडी ने विनय मिश्रा को चार बार तलब किया था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद ईडी ने उसके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट की मांग करते हुए दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट का रुख किया था। उसी अर्जी के आधार पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।

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इस तरह हुई थी गिरफ्तारी

इससे पहले ईडी ने ही विनय मिश्रा के भाई और उसके करीबी बांकुड़ा जिले के एक थानेदार को दिल्ली में गिरफ्तार किया था। सीबीआइ पहले ही विनय मिश्रा के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कर चुकी है। कोयला और मवेशी तस्करी के आरोपित विनय मिश्रा के बारे में सीबीआइ को पता चला है कि वह वानुअतु देश में छुपा है। माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही सीबीआइ और ईडी दोनों ही उसे भारत लाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। इस मामले में ईडी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी, बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक समेत कई लोगों को पूछताछ के लिए दिल्ली तलब कर चुकी है।

विनय मिश्रा ने सुवेंदु अधिकारी को भेजा था कानूनी नोटिस

गौरतलब है कि विनय मिश्रा ने भाजपा विधायक व विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को कानूनी नोटिस भेजा था। अपने वकील के माध्यम से भेजे गए इस कानूनी नोटिस में मिश्रा ने सुवेंदु से उनके 11 जून के उस ट्वीट को झूठा बताते हुए इसे हटाने की मांग की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मिश्रा के भारतीय नागरिकता छोड़ने के बावजूद उन्हें 2020 में टीएमसी की युवा विंग का महासचिव बनाया गया था। विनय मिश्रा के 2018 में भारत की नागरिकता त्याग कर प्रशांत महासागर के एक द्वीप वानुअतु की नागरिकता लेने की खबरें सामने आने के बाद भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को घेरा था। इस पूरे मामले को लेकर भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय व सुवेंदु अधिकारी ने दस्तावेजों सहित ट्वीट कर दावा किया था कि कोयला घोटाले में वांछित ममता बनर्जी के भतीजे के करीबी विनय मिश्रा ने 2018 में अपनी भारतीय नागरिकता त्याग कर वानुअतु की नागरिकता लेली थी। परंतु, उसे 2020 में तृणमूल कांग्रेस की यूथ विंग का महासचिव नियुक्त किया गया। क्या कोई विदेशी व्यक्ति तृणमूल का पदाधिकारी हो सकता है?


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