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भगाड़ मांस कांड: मृत पशुओं के कई टन मांस की आपूर्ति रेस्‍तरां में होती थी

होटलों, रेस्तरां में धड़ल्ले से बिक रहे दूषित (सड़े व बासी) मांस के खिलाफ शहरी इलाकों में चले अभियान में होटलों व रेस्तरां से लगभग 70-80 किलो दूषित मांस जब्त कर उन्हें नष्ट किया गया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 05 May 2018 11:00 AM (IST)Updated: Sat, 05 May 2018 11:12 AM (IST)
भगाड़ मांस कांड: मृत पशुओं के कई टन मांस की आपूर्ति रेस्‍तरां में होती थी

कोलकाता, जागरण संवाददाता। भगाड़ मांस कांड के सरगना विश्वनाथ गराई और सनी मल्लिक के बाद अब लिंक मैन शेख सिकंदर अली भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) एवं डायमंड हार्बर पुलिस ने गुरुवार रात मध्यमग्राम में छापामारी कर सिकंदर को धर दबोचा।

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पता चला है कि सिकंदर मध्यमग्राम व एयरपोर्ट इलाकों के भगाड़ में फेंके जाने वाले मृत पशुओं के मांस की आपूर्ति विश्वनाथ को करता था। विश्वनाथ का नारकेलडांगा में कोल्ड स्टोरेज है, जहां से 20 टन मांस बरामद किया गया है। विश्वनाथ के अलावा कांकीनाड़ा स्थित कोल्ड स्टोरेज के मालिक शराफत हुसैन को भी वह इन मांस की आपूर्ति करता था। विश्वनाथ से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण तथ्य हाथ लगे हैं।

पता चला है कि एजेंटों के माध्यम से यह गोरखधंधा चल रहा था। पुलिस उन्हें तलाश कर रही है। कई गोदामों का भी पता चला है। नारकेलडांगा थाने की पुलिस ने विश्वनाथ के एक सहयोगी को पकड़कर डायमंड हार्बर पुलिस के हवाले किया है। उससे पूछताछ में भी पुलिस को कई महत्वपूर्ण तथ्य हाथ लगने की उम्मीद है। इस बीच भगाड़ कांड में बरामद मांस के नमूनों को जांच के लिए सेंट्रल फारेंसिंक साइंस लैब भेजा गया है। पुलिस मुख्य रूप से यह जानना चाहती है कि बरामद मांस किन जानवरों के हैं।

निगम की टीम ने किया चिड़ियाघर का मुआयना

इंसानों के साथ-साथ कहीं अलीपुर चिड़ियाघर के जानवरों को भी तो सड़ा मांस नहीं खिलाया जा रहा, इसकी जांच करने के लिए कोलकाता नगर निगम की एक टीम ने शुक्रवार को वहां का दौरा किया। निगम के मेयर परिषद के सदस्य (स्वास्थ्य) अतीन घोष के नेतृत्व में टीम चिड़ियाघर पहुंची और जायजा लिया कि वहां के जानवरों को किस तरह का मांस खिलाया जा रहा है। बाद में मीडिया से बातचीत में घोष ने कहा कि चिड़ियाघर के अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि स्वीकृत एजेंसियां मांस की आपूर्ति करती हैं, जिनका चयन निविदा प्रक्रिया के जरिए किया गया है। चिड़ियाघर में जानवरों के साबुत शव को लाकर काटा जाता है। चिड़ियाघर के जानवरों को खिलाने से पहले निगम के डाक्टर उनकी जांच भी करते हैं।

स्वास्थ्य विभाग भी करेगा नमूना संग्रह

इस कांड के प्रकाश में आने के बाद राज्य का स्वास्थ्य विभाग भी चौकन्ना हो गया है। स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर होटल-रेस्तरां से मांस के नमूने संग्रह कर जांच के लिए उन्हें लैब में भेजेगा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समस्त सरकारी अस्पतालों को उनके यहां मरीजों को खिलाने के लिए आपूर्ति होने वाले मांस की गुणवत्ता पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी गई है।

होटल-रेस्तरां से मांस के नमूने संग्रह करने का अभियान

जारी राज्य के विभिन्न स्थानों पा होटल-रेस्तरां से मांस के नमूने संग्रह करने का अभियान जारी है। शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन की ओर से हावड़ा के उलबेरिया, उत्तर 24 परगना के बेलघरिया, उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी एवं ब‌र्द्धमान के विभिन्न होटल-रेस्तरां में जांच अभियान चलाकर वहां से मांस के नमूने संग्रह किए गए। कुछ जगहों से सड़ा मांस व मछली बरामद हुए हैं। आने वाले दिनों में भी यह अभियान जारी रहेगा।

 70-80 किलो सड़े मांस जब्त

होटलों, रेस्तरां में धड़ल्ले से बिक रहे दूषित (सड़े व बासी) मांस के खिलाफ गुरुवार को शहरी इलाकों में चले अभियान के बाद शुक्रवार को ग्रामीण हावड़ा में इस अनैतिक कारोबार के खिलाफ स्थानीय पालिका की ओर से अभियान छेड़ा गया। उलबेड़िया नगरपालिका की ओर से चले अभियान में होटलों व रेस्तरां से लगभग 70-80 किलो दूषित मांस जब्त कर उन्हें नष्ट किया गया। वहीं बगैर फूड लाइसेंस के चल रहे एक रेस्तरां को सील कर दिया गया है।

फिलहाल रेस्तरां व होटल मालिकों को इस मामले में सतर्क कर छोड़ दिया गया है। उलबेड़िया के चेयरमैन अर्जुन सरकार और डिप्टी चेयरमैन अब्बासुद्दीन खान, पीडब्ल्यू विभाग के मेयर इन काउंसिल (एमआइसी) अभय दास, एमआइसी (वाटर) अकबर शेखर समेत पालिका के अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में होटलों, रेस्तरां व ऐसे अन्य स्थानों में दूषित मांस बेचने के खिलाफ अभियान चलाया गया।

उलबेड़िया स्टेशन रोड और बाजार इलाके में स्थित विभिन्न होटलों व रेस्तरां में चले जांच के दौरान वहां से काफी मात्रा में दूषित ( सड़े व हानिकारक) मांस जब्त किये गए। लगभग तमाम रेस्तरां व होटलों के फ्रिजर में रखे मांस कम से कम दो सप्ताह से ज्यादा वक्त से रखे हुए थे। वहीं जांच में अन्य खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता भी बेहद निम्न स्तर की पाई गई है। जांच में लगभग 70 से 80 किलो दूषित मांस जब्त किये गये। बाद में उक्त मांस को नष्ट कर दिया गया है। वहीं अन्य हानिकारक खाद्य पदार्थो को भी जब्त किया गया है।

एक रेस्तरां को किया सील इधर अधिकारियों की जांच में कई होटलों व रेस्तरां के मालिकों के पास खाद्य प्रतिष्ठान चलाने के लिए जरूरी कागजात में अनियमितता पाई गई है। ऐसे रेस्तरां व होटल मालिकों को जरूरी जांच के लिए उलबेड़िया पालिका में तलब किया गया है। वहीं फूड लाइसेंस नहीं होने के कारण के एक रेस्तरां को इस दिन सील कर दिया गया। जांच के दौरान इकट्ठा किए गए मांस व अन्य खाद्य पदार्थो के नमूने को जांच के लिए लैब भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।

पालिका ने सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी इस बाबत उलबेड़िया पालिका के डिप्टी चेयरमैन अब्बासुद्दीन खान ने कहा कि जांच अभियान के दौरान काफी मात्रा में दूषित मांस, निम्न गुणवत्ता के अन्य खाद्य पदार्थो को जब्त किया गया है। कहा, फिलहाल अनियमितता में लिप्त पाये गये होटल व रेस्तरां मालिकों को सतर्क कर छोड़ दिया गया है।

हालांकि भविष्य में ऐसी शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है। वहीं एमआइसी अभय दास ने पालिका की ओर से इलाके में इस प्रकार के अभियान आगे भी चलाने की बात कही गई है। बता दें कि गुरुवार को जिला स्वास्थ्य व हावड़ा नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त जांच अभियान में हावड़ा स्टेशन से संलग्न एक प्रसिद्ध होटल से लगभग 20 से 25 दिन पुराना मांस बरामद किया गया। वहीं अन्य इलाकों में चले अभियान में भी खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता को लेकर भारी अनियमितता सामने आई है। 


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