राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी समेत अन्य आरोपितों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अर्पिता मुखर्जी फूट-फूटकर रो पड़ीं। दूसरी ओर पार्थ ने कहा कि उनका सामाजिक सम्मान नष्ट किया जा रहा है।
पार्थ व अर्पिता की जमानत पर सुनवाई
पार्थ व अर्पिता की जमानत पर मंगलवार को बैंकशाल कोर्ट में सुनवाई हुई। दोनों वर्चुअल माध्यम से सुनवाई में पेश हुए। दोनों ने अपने लिए जमानत की अर्जी लगाई, जबकि केंद्रीय एजेंसी ने इसका विरोध किया है। इस दौरान अर्पिता काफी मजबूर नजर आईं। वह अपनी बीमारी के बारे में बात करते-करते फूट-फूटकर रोने लगीं। वहीं पार्थ चटर्जी ने कहा कि वह मानसिक रूप से प्रताडि़त महसूस करते हैं। उनका सामाजिक सम्मान नष्ट किया जा रहा है।
कुंतल से पार्थ ने पूछा, मेरा नाम क्यों लिया
शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में पिछले आठ महीने से जेल में बंद पार्थ चटर्जी का सामना पहली बार हाल ही में गिरफ्तार किए गए तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष से जेल में हुआ है। मंगलवार को कैदियों को कुछ देर के लिए जेल से बाहर निकाला गया था। उसी समय कुंतल और पार्थ चटर्जी का आमना सामना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पार्थ ने कुंतल से पूछा है कि तुमने मेरा नाम क्यों लिया? इसके जवाब में कुंतल ने बहुत धीमे स्वर में कहा कि आप से मेरा कोई परिचय नहीं है। मैंने किसी का नाम नहीं लिया है।