डायरेक्ट टैक्सेस प्रोफेशनल्स एसोसिएशन का वार्षिक अधिवेशन संपन्न, देशभर से बुद्धिजीवियों व विशेषज्ञों ने की सहभागिता
प्रथम सत्र के वक्ता सीए डा गिरीश आहूजा ने 360 डिग्री निगरानी राजस्व प्राधिकरण द्वारा किए जाने पर विचार व्यक्त किए।सौरभ एन सोपारकर वरिष्ठ अधिवक्ता अहमदाबाद ने पुनर्मूल्यांकन प्रावधान पुराने एवं नया और 1961 आयकर अधिनियम पर अपने विचार व्यक्त किए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। डायरेक्ट टैक्सेस प्रोफेशनल्स एसोसिएशन ( डीटीपीए) का वार्षिक अधिवेशन शनिवार को संपन्न हुआ, जिसमें देशभर से बुद्धिजीवियों व विशेषज्ञों ने सहभागिता की। कोलकाता के एक पांच सितारा होटल में आयोजित इस अधिवेशन का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अजय रस्तोगी ने वर्चुअल माध्यम से किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने ई गवर्नेंस और कर प्रक्रिया पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वरिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व न्यायाधीश (कलकत्ता उच्च न्यायालय) गिरीश चंद्र गुप्ता ने दीप प्रज्वलन किया। उन्होंने अपने संबोधन में क़ानून का पालन करने तथा क़ानून पर विश्वास रखने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने देश की टैक्स व्यवस्था की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। प्रथम सत्र के वक्ता सीए डा गिरीश आहूजा ने 360 डिग्री निगरानी राजस्व प्राधिकरण द्वारा किए जाने पर विचार व्यक्त किए।सौरभ एन सोपारकर, वरिष्ठ अधिवक्ता अहमदाबाद, ने पुनर्मूल्यांकन प्रावधान पुराने एवं नया और 1961 आयकर अधिनियम पर अपने विचार व्यक्त किए।
दूसरे सत्र की अध्यक्षता पश्चिम बंगाल राज्य जीएसटी के कमिश्नर खालिद ए अनवर ने की। वरिष्ठ अधिवक्ता जेके मित्तल ने जीएसटी के न्यायपालिका के समक्ष उपन्यायिक विवादास्पद मामलों पर अपना विचार व्यक्त किया। ब्रेन ट्रस्ट सत्र की अध्यक्षता आईटीएटी, कलकत्ता अंचल उपाध्यक्ष पीएम जगताप ने की और उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित किया। ब्रेन ट्रस्ट सत्र के वार्ताकार दल के सदस्य सौरभ एन सोपारकर, जेपी खेतान, जेके मित्तल, एसएम सुराणा ने उपस्थित प्रतिनिधियों के प्रश्नों का जवाब दिया। अधिवेशन में देश के बुद्धिजीवियों ने सहभागिता की और 360 डिग्री निगरानी से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।
डीटीपीए ने स्मारिका पत्रिका एवं आयकर व जीएसटी पर शोध संचयन पुस्तिका का विमोचन भी किया। अधिवेशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार गोयल, सभापति देवकी नंदन अग्रवाल, सह सभापति रमेश कुमार चोखानी, संयोजक महेंद्र अग्रवाल तथा सचिव राजेश कुमार अग्रवाल उपस्थित थे। अन्य उपस्थित व्यक्तियों में पूर्व अध्यक्ष आरएन रस्तोगी, एमसी जग्वायन, एसके सुलतानिया, काशी प्रसाद खंडेलवाल, पारस कोचर, संजय बाजोरिया, अरविंद अग्रवाल, नीलिमा जोशी, पवन अग्रवाल, पृथ्वी राज कोठारी, अघोर दूधवेवाला, विकास पारख एवं अन्य सदस्य कमल जैन, डीएस अग्रवाल, बरखा अग्रवाल, रितेश विमल, विनय सिंघानिया, श्याम अग्रवाल, कुमारी मंजू लता शुक्ला, सुजीत सुल्तानिया ने सक्रिय भूमिका निभाई।